और न ही एक भी योजना का कार्य आरंभ हो सका. जिस कारण मजदूरों का पलायन स्वाभाविक है. उन्होंने प्रशासन को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि एक ओर जहां मनरेगा सेवक के हड़ताल पर चले जाने से कार्य बाधित हो रहा है. वहीं प्रशासनिक लचर व्यवस्था व मनरेगाकर्मी व पदाधिकारियों के उदासीन रवैये से सरकार की महत्वाकांक्षी मनरेगा योजना प्रभावित हो रही है. इसका खामियाजा यहां के मजदूरों को भुगतना पड़ता है. वहीं मुखिया राजा ने संदेह व्यक्त करते हुए बताया कि मनरेगा एक्ट के अनुसार मानव दिवस सृजन करने की अंतिम तिथि 15 जून है. वर्तमान वर्ष में मनरेगा कार्य होने की संभावना कम दिख रही है.
Advertisement
मनरेगा में काम न होने से मजदूरों का पलायन जारी
कोचाधामन: मनरेगा योजना अंतर्गत होनेवाले कार्य के बाधित होने से मजदूरों का पलायन बदस्तूर जारी है. मनरेगा मजदूर कैलाश हरिजन, मिथुन राय, सुनीता देवी, ज्योतिष, महत लाल, इंदर लाल, राज कुमार ऋषि बताते हैं कि उनलोगों को रोजगार नहीं मिलने से परिवार व बाल बच्चे का भरण पोषण करना मुश्किल हो गया है. सभी मजदूर […]
कोचाधामन: मनरेगा योजना अंतर्गत होनेवाले कार्य के बाधित होने से मजदूरों का पलायन बदस्तूर जारी है. मनरेगा मजदूर कैलाश हरिजन, मिथुन राय, सुनीता देवी, ज्योतिष, महत लाल, इंदर लाल, राज कुमार ऋषि बताते हैं कि उनलोगों को रोजगार नहीं मिलने से परिवार व बाल बच्चे का भरण पोषण करना मुश्किल हो गया है. सभी मजदूर सरकार की दोहरी नीति का शिकार हो रहे हैं. अब एक ही उपाय है कि बाहर कहीं जा कर रोजगार की तलाश करें.
क्या कहते हैं जनप्रतिनिधि
इस संबंध में बलिया पंचायत के मुखिया मोहीबुर्रहमान उर्फ राजा, मजकुरी मुखिया राजेंद्र प्रसाद यादव, पुरन्दाहा पंचायत के मुखिया हाजी जफरुल आलम, कोचाधामन के मुखिया प्रतिनिधि जफर असलम ने बताया कि विगत चार वर्षो से सबसे अधिक मानव दिवस का सृजन हुआ है. जिससे मनरेगा मजदूरों को अच्छे रोजगार मुहैया कराया गया परंतु बड़ी दुख की बात है कि वर्तमान वर्ष में एक भी मानव दिवस का सृजन नहीं हो सका है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement