किशनगंज: खगड़ा स्टेडियम में बीएसएफ द्वारा एसएससी जीडी पद के लिए आयोजित शारीरिक परीक्षा के दौरान एक अभ्यर्थी की मौत हो गयी. इससे आक्रोशित अभ्यर्थियों ने सदर अस्पताल में नारेबाजी की. अधिकारियों के समझाने-बुझाने पर अभ्यर्थी शांत हुए.
अनफिट घोषित कर किया बाहर. छपरा जिले के बिरनी थाना अंतर्गत पड़ने वाले गांव फुरसतपुर निवासी सुजीत कुमार शर्मा पिता बंगाली शर्मा शनिवार को आयोजित पांच किमी दौड़ के दौरान सातवें स्थान पर था तथा उसकी बहाली पक्की थी. खगड़ा स्टेडियम में उपस्थित बीएसएफ के आलाधिकारियों ने भी उसे दौड़ में उत्तीर्ण घोषित कर दिया था तथा सफल अभ्यर्थी के कतार में खड़ा कर दिया था. इसी बीच अचानक सुजीत गश खाकर गिर पड़ा. साथियों ने सुजीत को एक रिक्शे पर लाद कर सदर अस्पताल में भरती कराया. जहां ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक सुरेश प्रसाद द्वारा उसे मृत घोषित कर दिया. इसके बाद सुजीत के साथ आये उनके साथी आक्रोशित हो गये और बीएसएफ अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी. छात्रों का आरोप था कि उसे अनफिट घोषित किये जाने के साथ ही दो बीएसएफ जवानों ने सुजीत का पैर पकड़ कर उसे बाहर कर दिया. घटनास्थल पर मौजूद सुजीत के साथी उसे चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराने की मांग करते रहे परंतु बीएसएफ अधिकारियों के कानों तक जू नहीं रेंगी.
सुविधाओं का था घोर अभाव
साथी रोशन कुमार पाठक, आलोक सिंह, सुमन पांडे आदि ने बताया कि खगड़ा स्टेडियम में सुविधाओं का घोर अभाव था. 24 मिनट में पांच किमी की दौड़ पूरी करने की बाध्यता के बावजूद न तो स्टेडियम में चिकित्सकों की टीम उपस्थित थी और न ही एंबुलेंस सुविधा थी. साथियों ने बताया कि घटना स्थल के निकट ही बीएसएफ हेड क्वार्टर में चिकित्सक व एंबुलेंस दोनों उपलब्ध थे. इसके बावजूद भी सुजीत को सुविधा मुहैया नहीं करायी गयी. घटना की जानकारी स्थानीय पुलिस को मिलते ही एसडीपीओ मो कासीम व टाउन थानाध्यक्ष इस्पेक्टरआफताब अहमद दल बल के साथ सदर अस्पताल पहुंच गये और आक्रोशित साथियों को समझा-बुझा कर शांत कराया. मृतक के परिजनों को घटना की जानकारी दे दी तथा मृतक के शव को पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया. इस संबंध में बीएसएफ अधिकारियों ने कुछ भी बोलनेसे साफ इनकार करते हुए कहा कि युवक की मौत खगड़ा स्टेडियम में नहीं हुई थी. इसके बाद गेट बंद कर दिया गया.