किशनगंज जिले में वर्ष 2015 के तीन माह बीतने के साथ ही महिला प्रताड़ना के मामलों में अच्छी खासी वृद्धि देखी जा रही है. महिला प्रताड़ना से जुड़े अपराध का बढ़ता ग्राफ चिंताजनक है. जनवरी से अबतक कुल 22 मामले सामने आये हैं जिसमें पुलिस ने 17 मामलों का निष्पादन किया है. शेष मामलों में […]
किशनगंज जिले में वर्ष 2015 के तीन माह बीतने के साथ ही महिला प्रताड़ना के मामलों में अच्छी खासी वृद्धि देखी जा रही है. महिला प्रताड़ना से जुड़े अपराध का बढ़ता ग्राफ चिंताजनक है. जनवरी से अबतक कुल 22 मामले सामने आये हैं जिसमें पुलिस ने 17 मामलों का निष्पादन किया है. शेष मामलों में केस की कार्रवाई चल रही है.
किशनगंज: शहर के डुमरिया भट्टा पासवान टोला से गत मंगलवार को स्थानीय पुलिस द्वारा बंद कमरे से आजाद करायी गयी अंजलि को एक बार फिर उसके पति को सौंप दिया गया है.
महिला पुलिस के समक्ष जहां अंजलि ने अपने पति के संग रहने की इच्छा जतायी है वहीं उसके गरीब परिजनों ने भी अंजलि का बोझ उठाने से अपने हाथ खड़े कर दिये. अंतत: महिला थानाध्यक्ष श्वेता गुप्ता ने उसके पति संतोष कुमार रामदास से बांड भरा कर उसे संतोष के हवाले कर दिया व आगामी शनिवार को महिला परामर्श केंद्र आने की सलाह दी.
वहीं पति संतोष ने पत्नी के मंद बुद्धि होने का भी दावा किया. यहां बताते चलें कि कई वर्ष पूर्व अंजलि की मां को उसके पिता ने त्याग दिया था तब से अंजलि अपनी मां के साथ नाना के घर में ही रहती थी.