किशनगंज : जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के कार्यपालक अभियंता राजीव रंजन एवं सहायक अभियंता संजीव कुमार चौधरी के रद्द किये गये अनुबंध को प्रबंध पर्षद ने निरस्त कर पुन: कार्य करने के लिए बहाल करने का निर्णय लिया है.
कार्यपालक अभियंता एवं सहायक अभियंता के अपील अभ्यावेदन को स्वीकार करते हुए मंगलवार को रचना भवन में आयोजित प्रबंध पर्षद की बैठक में यह निर्णय लिया गया. ज्ञात हो कि कार्यपालक अभियंता एवं सहायक कार्यपालक अभियंता के अनुबंध रद्द करने में यह आरोप लगाया गया था कि मजदूरों को 100 दिन के स्थान पर मात्र 12 दिन का रोजगार दिया गया एवं जिला परिषद की पूर्व में संचालित योजना में पांच वर्ष तक काम नहीं करने का झूठा प्रमाण पत्र देकर दोबारा काम करवाया गया तथा 20 फीसदी कार्य करा कर शेष राशि गबन कर लिया गया.
मामला प्रकाश में आने के बाद तत्कालीन डीडीसी की अनुशंसा पर तत्कालीन जिला पदाधिकारी ने उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया था. बाद में उनका अनुबंध भी रद्द कर दिया गया. मामले को लेकर आरोपी कार्यपालक एवं सहायक अभियंता ने प्रबंध पर्षद में आवेदन दिया.
प्रबंध पर्षद ने मामले की जांच कर अपना मंतव्य देते हुए कहा कि बिना किसी सफाई का मौका दिये प्राथमिकी दर्ज कराना और अनुबंध रद्दकरना जल्दबाजी में लिया गया निर्णय प्रतीत होता है. इसके अलावे बैठक में वर्तमान वित्तीय वर्ष में ली गयी योजनाओं की प्रगति प्रतिवेदन की समीक्षा की गयी.
बैठक में प्रबंध पर्षद सह जिला परिषद अध्यक्ष कमरूल होदा एवं प्रबंध पर्षद के सदस्यविधायक डॉ मो जावेद आजाद,उस्मान गनी, डीडीसी संजय कुमार, वरीय उप समाहर्ता कलीमुद्दीन, मनरेगा निदेशक राज कुमार आदि मौजूद थे.