किशनगंज: स्थानीय महावीर मार्ग निवासी कई लोग उत्तराखंड में बादल फटने के पश्चात हुए भूस्खलन व बाढ़ की चपेट में आ गये हैं. कई दिनों से स्थानीय परिजनों से उनका संपर्क न हो पाने के कारण स्थानीय परिजन भी चिंतित हैं. गत 8 जून को 10 सदस्यों का जत्था गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ, बद्रीनाथ सहित अन्य धार्मिक स्थलों की यात्रा पर निकला था.
इस जत्थे में चार महिलाएं, 6 बच्चे सहित कुल 10 लोग शामिल थे. अरुण कुमार ने बताया कि विगत तीन दिनों से परिजनों से कोई संपर्क नहीं होने के कारण अनहोनी की आशंका सताने लगी है. उन्होंने बताया कि उत्तरकाशी के एक लॉज में ठहरने के दौरान परिजनों ने लॉज मालिक अमित व अंकित का नंबर दिया था, लेकिन अब उनसे भी संपर्क नहीं हो पा रहा है.
तीर्थयात्रियों में प्रो सुजाता सिन्हा 45 वर्ष, मैत्रय प्रकाश 21 वर्ष, जय कृष्ण सिन्हा 72 वर्ष, निलेश सिन्हा 23 वर्ष, केतन कुमार 12 वर्ष, यशी कुमारी 3 वर्ष, रविंद्र कुमार सिन्हा 65 वर्ष, रेणु सिन्हा 58 वर्ष व मौसमी कुमारी 22 वर्ष शामिल है. बुधवार को इन यात्री के परिजन स्थानीय महावीर मार्ग निवासी अरूण कुमार ने जिला पदाधिकारी से मिल विषम परिस्थितियों से उन्हें निकालने की गुहार लगायी है.