* हुंकार रैली में त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों ने भरी हुंकार
पोठिया : प्रखंड मुख्यालय परिसर में त्रिस्तरीय पंचायती राज के जनप्रतिनिधियों द्वारा बुधवार को जन प्रतिनिधियों को बिचौलिया कहे जाने के विरोध स्वरूप हुंकार रैली का आयोजन किया गया. जिसमें जिले के सभी प्रखंड क्षेत्र के त्रिस्तरीय जन प्रतिनिधियों ने भाग लेकर अपना विरोध प्रकट किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रमुख प्रतिनिधि मो शमीम अनवर ने की.
सभा को संबोधित करते हुए जिप अध्यक्ष कमरूल होदा ने कहा कि जनप्रतिनिधियों को सम्मान नहीं देने वालों को बख्शा नहीं जायेगा. चाहे वह किसी पार्टी का सदस्य हो या प्रशासन के लोग. हम लोग एकजुट होकर ऐसे भ्रष्ट पार्टी पदाधिकारी या प्रशासन के अधिकारी की शिकायत मुख्यमंत्री से करेंगे.
उन्होंने कहा कि पूर्व में पोठिया अंचल के प्रधान लिपिक द्वारा जिप सदस्य प्रतिनिधि से बतौर घूस एक हजार रुपया लिया गया था. इस प्रकरण में एसडीओ कंवल तनुज ने जनप्रतिनिधि के साथ गलत व्यवहार व जन प्रतिनिधि से घूस लिये जाने को लेकर लिपिक के खिलाफ प्रपत्र क गठित करने का आश्वासन दिया था. लेकिन आज तक उनपर कोई भी कार्रवाई नहीं की गयी.
श्री होदा ने कहा कि प्रशासनिक पदाधिकारी भी दोहरा मापदंड अपना रहे हैं. थोड़ी सी चूक हो जाने पर जन प्रतिनिधि के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाती है वही दूसरी ओर सरकारी कर्मचारी व पदाधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती है. इस प्रकार की नीति अब चलने वाली नहीं है.
श्री होदा ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि प्रशासनिक पदाधिकारी को मोबाइल पर सूचना देने पर बिना जांच किए ही मुखिया पर प्राथमिकी दर्ज करा दिया जाता है. श्री होदा ने कहा कि कुछ स्वार्थी तत्व एसडीओ को गुमराह कर अपनी स्वार्थ सिद्धि में लगे है. उन्होंने जन प्रतिनिधियों से आत्म सम्मान की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हो जाने की अपील की.
उन्होंने जन प्रतिनिधियों को भरोसा दिलाया है कि जिप की बैठक में इस मामले को उठाया जायेगा. वहीं जिप उपाध्यक्ष प्रतिनिधि संजय उपाध्याय ने कहा कि हमारा देश लोकतांत्रिक देश है पर बिहार में राजतंत्र कायम है. यहां जनप्रतिनिधि की सुनने वाला कोई नहीं है. सिर्फ प्रशासन के लोगों की ही चलती है.
श्री उपाध्याय ने कहा कि पूर्व में जदयू के पूर्व विधायक व प्रदेश महासचिव गोपाल कुमार अग्रवाल द्वारा जनप्रतिनिधि को बिचौलिया व अमर्यादित शब्द से संबोधित किया जाना शर्मनाक है. ऐसे लोगों को सबक सिखाने के लिए त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों को एकजुट होकर व्यापक रूप से आंदोलन करना होगा.
सभा में जिप सदस्य इंतेखाब आलम ने कहा कि सुशासन में जन प्रतिनिधियों को समुचित सम्मान अब तक नहीं मिल पाया है. जिप सदस्य मुफ्ती अतहर जावेद ने कहा कि दिघलबैंक प्रखंड के सिंघिमारी मुखिया के खिलाफ बिना जांच किये स्वार्थी तत्वों के इशारे पर प्रशासनिक पदाधिकारी के निर्देश पर प्राथमिकी दर्ज करा दी जाती हैं. सिंघिमारी के मुखिया अनुसूचित जन जाति कोटि से आते है.
सुशासन में जन प्रतिनिधियों को बदनाम करने का साजिश रची जा रही है. इस मौके पर जिप सदस्य सिकंदर हयात, शकील आलम के अलावे सभी मुखिया, वार्ड सदस्य, सरपंच गण, पंसस गण, पैक्स सदस्य व सभी त्रिस्तरीय राज के जनप्रतिनिधि उपस्थित थे. मंच संचालन उप प्रमुख मो जाकिर हुसैन ने की.