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नियमों को ताक पर रखकर हो रहा है मैट्रिक की कॉपियों का मूल्यांकन
किशनगंज : मैट्रिक कॉपी मूल्यांकन केंद्र नेशनल उच्च विद्यालय किशनगंज में नियम-कानून को ताक पर रख कर कॉपियों का मूल्यांकन हो रहा है.मूल्यांकन केंद्र पर जिला प्रशासन के निर्देशानुसार 200 गज के परिधि में निषेधाज्ञा लागू है इसके बावजूद मूल्यांकन में शामिल शिक्षकों द्वारा बार-बार केंद्र से बाहर निकलना, परिसर में मोबाइल फोन लेकर जाना […]
किशनगंज : मैट्रिक कॉपी मूल्यांकन केंद्र नेशनल उच्च विद्यालय किशनगंज में नियम-कानून को ताक पर रख कर कॉपियों का मूल्यांकन हो रहा है.मूल्यांकन केंद्र पर जिला प्रशासन के निर्देशानुसार 200 गज के परिधि में निषेधाज्ञा लागू है इसके बावजूद मूल्यांकन में शामिल शिक्षकों द्वारा बार-बार केंद्र से बाहर निकलना, परिसर में मोबाइल फोन लेकर जाना तथा मोबाइल पर बात करने जैसी शिकायतें आ रहीं हैं, और मजिस्ट्रेट के रूप में केंद्र पर तैनात अधिकारी के निर्देशों की अवहेलना वहां लगातार की जा रही है.
ऐसे में सवाल उठता है कि वहां किस प्रकार से मूल्यांकन कार्य हो रहा है इसका अंदाजा लगाना ज्यादा मुश्किल नहीं है इसके अलावे बिहार विद्यालय परीक्षा समिति एवं जिला प्रशासन के निर्देशों का भी पालन नहीं हो रहा है. क्योंकि आदेश में साफ अंकित है कि सुबह 10 बजे से शाम बजे तक मूल्यांकन कार्य में सम्मिलित सभी कर्मियों को केंद्र पर ही रहना है, बाहर जाने की अनुमति नहीं हैं.
केंद्र के भीतर कलम के अलावे कुछ भी नहीं ले जाने का नियम है. इसके अलावे दोपहर के अल्पाहार की व्यवस्था केंद्र के भीतर ही उपलब्ध है. बावजूद इसके केंद्र पर नियमों की अनदेखी हो रही है.और मूल्यांकन कर्ता मोबाइल सहित अंदर प्रवेश करते हैं जब मन हुआ बाहर निकल जाते हैं. लिहाजा केंद्र के बाहर भी अनावश्यक रूप से लोगों की भीड़ जुटती है.
जी निष्पक्ष मूल्यांकन में कहीं-न कहीं बाधक बनता है.केंद्र पर लगे सीसीटीवी से वहां की वस्तु स्थिति को जाना जा सकता है.दो दिन पूर्व भी वहां कुछ विवाद हो जाने के कारण मजिस्ट्रेट और सुरक्षाकर्मियो को बदला गया है. बावजूद स्थिति वही ढाक के तीन पात बने हुए है.
कहते हैं मजिस्ट्रेट
वीक्षक मोबाइल लेकर अंदर प्रवेश करते है व उसका उपयोग करते है. इतना ही नहीं बार-बार मूल्यांकन केंद्र से बाहर आते-जाते रहते है. जिससे मूल्यांकन केंद्र के बाद अवांछित लोगों की भीड़ जुट जाती है. जिसके कारण विधि व्यवस्था की समस्या पैदा होती है.
उन्होंने बताया कि केंद्र निदेशक के अनुसार कई कॉपी में परीक्षार्थी का मोबाइल नंबर अंकित पाया गया है. ऐसी परिस्थिति में मूल्यांकन कार्य की निष्पक्षता को सुनिश्चित करना एक चुनौती है.
विनोद कुमार, मजिस्ट्रेट
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