-सिविल सजर्न डॉ अफाक अहमद के नेतृत्व में की गयी छापेमारी
-दो लैब टेक्नीशियन विकास कुमार व सुजीत कुमार पुलिस हिरासत में
किशनगंजः हर के महावीर मार्ग स्थित राधिका अल्ट्रासाउंड सेंटर पर सिविल सजर्न डॉ अफाक अहमद के नेतृत्व में छापेमारी की गयी. सेंटर पर चिकित्सक मौजूद नहीं मिले. राधिका अलट्रा साउंड को सील कर दिया गया है और दो लैब टेक्नीशियन विकास कुमार और सुजीत कुमार को पुलिस हिरासत में लिया है.
कई वर्षो से शहर व विभिन्न प्रखंड मुख्यालयों में अवैध रूप से अलट्रा साउंड व एक्स-रे, पैथ लैब का संचलान धड़ल्ले से हो रहा है. मंगलवार को एक स्थानीय व्यक्ति की शिकायत के बाद स्थानीय सिविल सजर्न डॉ अफाक अहमद लारी मामले की जांच करने शहर के राधिका अल्ट्रा साउंड सेंटर पहुंचे. सेंटर द्वारा पिछले कई वर्षो से गलत तरीके से अल्ट्रा साउंड रिपोर्ट देने की शिकायते सामने आ रही थी. छापेमारी के दौरान सिविल सजर्न को मौके पर उपस्थित लैब टेक्नीशियन ने पहले तो अपने-आप को चिकित्सक कहकर उन्हें बरगलाने की कोशिश की.
लेकिन जांच के दरम्यान मामला फंसता देख वह चुपके से घटना स्थल से फरार होने में सफल रहा. लेकिन स्थानीय लोगों को घटना की जानकारी मिलते ही उन लोगों ने लैब टेक्नीशियन विकास कुमार को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया. वहीं सिविल सजर्न डॉ लारी व सदर अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ एनके प्रसाद ने कागजात की गहन जांच के उपरांत कई त्रुटियां पायी जाने पर अल्ट्रासाउंड सेंटर को पुलिस की मौजूदगी में सील कर दिया. हालांकि, इस संबंध में पूछे जाने पर सिविल सजर्न डॉ लारी ने रूटीन चेकिंग के दौरान अल्ट्रासाउंड सेंटर पहुंच जांच करने की बात कही.
उन्होंने कहा कि सेंटर द्वारा लापरवाही बरते जाने की शिकायत आज तक किसी ने नहीं की थी. वहीं एक सवाल के जवाब में श्री लारी ने कहा कि चिकित्सक की गैर मौजूदगी में टेक्नीशियन के द्वारा रिपोर्ट तैयार करना व चिकित्सक के जाली हस्ताक्षर कर मरीज को रिपोर्ट देना कानूनन अपराध है. उन्होंने कहा कि मामले को लेकर स्थानीय न्यायालय में मुकदमा दर्ज किया जायेगा व दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी.