किशनगंज : जिलें में संचालित बैंकों के प्रबंधक व उनके प्रतिनिधि के साथ आयोजित डीएलसीसी की बैठक में जिला पदाधिकारी पंकज दीक्षित ने वार्षिक साख योजना के उपलब्धि की समीक्षा में बैंकों पर विफर पड़े. बंधन बैंक, आईडीबीआई बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक एवं उत्तर बिहार ग्रामीण बैंकों की लापरवाही उन्हें नागवार गुजरी और डीएम ने कार्रवाई की चेतावनी दी है. वहीं सीडी रेसियो में राज्यभर जिले की स्थित बेहतर होने पर संतुष्ट दिखे. जबकि 40 फीसदी से नीचे साख जमा अनुपात वाले बैंकों पर जमकर बरसे.
डीएम ने 40 फीसदी से कम साख जमा अनुपात वाले बैंकों में इंडियन बैंक, केनरा बैंक, यूनियन बैंक एवं आईसीआईसीआई बैंक के प्रबंधक को निर्देश दिया कि योजना बनाकर अपने बैंकों के ऋण को बढ़ाये़ डीआरडीए सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में डीएम ने कहा कि बिहार स्टूटेंड क्रेडिट कार्ड एवं जीविका से संबंधित लंबित आवेदनों को 6 अक्टूबर तक निष्पादित करें. पीएमईजीपी ऋण में भी बैंकों के उदासीन रवैये पर डीएम ने क्षोभ व्यक्त किया़ स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के मामले में एसबीआई द्वारा सभी आवेदन को स्वीकृत किया गया है जबकि बैंक ऑफ बड़ौदा एवं यूबीजीबी में काफी संख्या में आवेदन लंबित पड़े हुए है़
डीएम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए लीड बैंक प्रबंधक रामाधार पासवान को निर्देश दिया कि अगली बैठक में सक्षम पदाधिकारी की उपस्थिति सुनिश्चित करें. बैठक में मौजूद सांसद मौलाना असरारूल हक कासमी ने बैंकों में ग्राहकों से बैंक कर्मी द्वारा उचित व्यवहार नहीं किये जाने की शिकायत आने की बात कही़ इस मामले में डीएम ने सभी बैंकों को निर्देश दिया कि सभी अपने बैंक की शाखा में लोकपाल का नाम एवं पता बड़े अक्षरों में वैसे जगह प्रदर्शित करेंगे जहां हर ग्राहक की नजर पड़ सके़