किशनगंज : एनएच 31 पर इंट्री का कारोबार काफी पुराना है. ओवर लोडेड वाहनों को इंट्री विभाग की मिलीभगत से होती है. इस गिरोह में कई ग्रुप शामिल हैं जिनका अलग-अलग कोड हैं. इस कोड के सहारे ही चावल, बालू, गिट्टी, मवेशी व अन्य सामान्य से लदे ट्रकों को पार कराया जाता है. नया गिरोह का कोड है ब्लैक कोबरा.
यह गिरोह बिहार-बंगाल सीमा पर फरिंगगोला के पास बतौर कार्यालय खोल कर वाहनों की इंट्री करा रहे हैं. हालांकि हाल के महीनों में एसपी राजीव मिश्रा के सख्त निर्देश के बाद जिले के कई थानेदारों ने इन गिरोह के खिलाफ कार्रवाई करना शुरू किया और दर्जनों ओवर लोड ट्रक व मवेशी से लदे ट्रकों को जब्त भी किया था. इसके बावजूद नया सरगना बिहार-बंगाल सीमा पर फरिंगगोला और रामपुर-दालकोला तक खुले आम ट्रक चालकों से पैसे लेकर ट्रकों को पार कराता रहा है. मिली जानकारी के अनुसार इंट्री माफिया सफेदपोश के रहबरी में काम करता है. मोबाइल पर कोड के द्वारा गाड़ियों को पार कर आने जाने की बात सामने आ रही है.
फिलहाल इंट्री माफिया एनएच 31 रास्ते चावल लदे ओवरलोड ट्रकों को बिहार-बंगाल पार कराने में सक्रिय है. माफिया के गुर्गे मोबाइल से ट्रकों का नंबर, भिन्न भिन्न कोडों से विभागीय पदाधिकारियों को भेजे जाते है. इस गतिविधि में नया इंट्री कराने के लिए कई लोग सक्रिय हैं. इस गिरोह में दर्जनों लड़के काम करते हैं और वह ओवरलोड ट्रकों की इंट्री कराने में परिवहन विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से बखूबी अंजाम देता है. इंट्री के खेल में नूर, मिश्रा जी, जेपी सिंह, बाबा, विधायक, पप्पू दरबार, झा जी और कोबरा के कोड से चलाया जाता है.