दिघलबैंक : दिघलबैंक प्रखंड के दर्जनों गांव में बाढ़ का कहर जारी है. सड़क, पुल ध्वस्त हो चुके हैं. लोग पलायन को मजबूर हो चुके हैं. पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही तेज बारिश के कारण प्रखंड की नदियां उफान पर है तथा पानी के रास्ते में आने वाली सड़क, पुल को ध्वस्त करते […]
दिघलबैंक : दिघलबैंक प्रखंड के दर्जनों गांव में बाढ़ का कहर जारी है. सड़क, पुल ध्वस्त हो चुके हैं. लोग पलायन को मजबूर हो चुके हैं. पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही तेज बारिश के कारण प्रखंड की नदियां उफान पर है तथा पानी के रास्ते में आने वाली सड़क, पुल को ध्वस्त करते हुए आगे बढ़ रही है. धनतोला पंचायत के बिहार टोला गांव में पानी का कटाव पीसीसी सड़क पर बना हुआ है. अगर इसी प्रकार पानी का दबाव रहा, तो वह सड़क कभी भी कट सकती है. वहीं एसएसबी कैंप में चारों ओर पानी भर चुका है.
बिहार टोला निवासी संझलो किस्कू, मंझलो सोरेन, नंद किशोर महतो के घर में पिछले दो दिनों से कमर भर पानी जमा है. ये लोग दो दिनों से अपने घर में चूल्हा नहीं जला पाये हैं तथा अब सुरक्षित स्थल की तलाश में हैं. पश्चिमी क्षेत्र राहीमुनी चचरी पुल पानी भी बहाव में कट गया है, जिससे दूसरी तरफ के लोगों का आवागमन पूरी तरह से बाधित है. बलुआडांगी, पलसा, मंदिरटोला, कोढोबारी, लोहागरा, पत्थरघट्टी गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है.
सहमे हुए हैं लोग : सीमावर्ती लोगों ने बताया कि नेपाल के जलग्रहण क्षेत्र में पिछले तीन चार दिनों से हो रही भारी वर्षा के कारण नेपाल की नदियों का जल स्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, नेपाल के पहाड़ी क्षेत्र चुलाचुली में पानी खतरे के निशान से ऊपर बहने के कारण नेपाल सरकार की ओर से मोबाइल पर लोगों को सूचना दी जा रही है कि नदियों का जलस्तर बेतहाशा बढ़ सकता है, इसलिए सचेत रहें.
क्या कहते हैं सीओ : सीओ राकेश कुमार ने बताया कि वह बिहारी टोला गांव में ही सुबह से कैंप किये हुए हैं. उन्होंने कहा कि नदियों में बारिश का नहीं बल्कि नेपाल द्वारा छोड़ा गया पानी है. इसलिए नदियों का जल स्तर बढ़ ही रहा है. उन्होंने नदी किनारे बसे सभी लोगों को सूचित किया कि अगर रात्रि में जल स्तर बढ़ता हैं तो लोग चिह्नित सुरक्षित स्थलों पर चले जायें.