टेढ़ागाछ : अब सेहत पर मौसम में उतार-चढ़ाव भारी पड़ने लगा है. कभी गरमी तो कभी बारिश की मौसम में नमी के एहसास के बीच वायरल फीवर और श्वास संबंधित बीमारियों की चपेट में लोग आने लगे हैं. अस्पतालों में सर्दी-जुकाम, वायरल फीवर, श्वास संबंधित बीमारियों से पीड़ित लोगों की संख्या बढ़ने लगी है, जिसे देखते हुए अब लोगों को बदलते मौसम के अनुसार खान-पान और पहनावे पर विशेष ध्यान देने की सलाह चिकित्सक देने लगे हैं.
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बदलते मौसम से लोगों की सेहत पर पड़ रहा असर
टेढ़ागाछ : अब सेहत पर मौसम में उतार-चढ़ाव भारी पड़ने लगा है. कभी गरमी तो कभी बारिश की मौसम में नमी के एहसास के बीच वायरल फीवर और श्वास संबंधित बीमारियों की चपेट में लोग आने लगे हैं. अस्पतालों में सर्दी-जुकाम, वायरल फीवर, श्वास संबंधित बीमारियों से पीड़ित लोगों की संख्या बढ़ने लगी है, जिसे […]
अभी बरसात का मौसम है. इस मौसम में कभी भीषण उमस तो कभी तापमान में गिरावट के कारण लोगों की परेशानी बढ़ती जा रही है. बदलते मौसम के कारण अधिकतम और न्यूनतम तापमान में काफी अंतर अब लोगों की सेहत पर भारी पड़ने लगा है. तापमान में यह उतार-चढ़ाव लोगों पर असर डालने लगा है. प्राथमिक स्वस्थ्य केंद्र टेढ़ागाछ सहित अन्य अस्पतालों में पहुंचने वालों में 30 से 35 प्रतिशत मरीज मौसम की मार से पीड़ित हैं.
प्राथमिक स्वस्थ्य केंद्र के चिकित्सक प्रमोद कुमार बताते हैं कि मौसम की मार झेल रहे मरीजों में वायरल फीवर, सर्दी-खांसी, एलर्जी, दमा और श्वास संबंधित बीमारियां मिल रही है. निजी अस्पतालों में आने वाले मरीजों में भी यही स्थिति देखी जा रही है.
बीमारियों के कारण
चिकित्सक बताते हैं कि तापमान में उतार चढ़ाव के समय वायरल इंफेक्शन अधिक देखे जाते हैं. लेकिन इनके गंभीर होने की वजह बैक्टीरिया ही होते हैं. चिकित्सक कहते हैं कि मौसम में बदलाव के कारण सुस्ती महसूस होती है. एसिडिटी के कारण पेट में जलन तथा खट्टी डकार आने की शिकायत भी हो सकती है.
तापमान में उतार-चढ़ाव के कारण बढ़ी लोगों की परेशानी
बीमारियों के लक्षण
चिकित्सक बताते हैं कि मौसम में बदलाव के कारण श्वास संबंधित रोगों से पीड़ित मरीजों को बुखार, गले में खराश और दर्द, थूक निगलने से परेशानी, आवाज में भारीपन, बोलने में परेशानी, बार-बार छींक आना, सांस लेने में दिक्कत और सांस फूलना, कान में दर्द, शरीर में अकड़न और दर्द तथा सीने में दर्द की शिकायत हो सकती है.
पहनावा पर दें ध्यान
चिकित्सक बदलते मौसम के समय पहनावे पर विशेष ध्यान देने की सलाह देते हैं. वे कहते हैं सूखे कपड़े पहनना चाहिए. पोषक आहार लेना चाहिए. खाने में सब्जी, सलाद और फल को शामिल करना चाहिए. चिकित्सक कहते हैं कि बीमारियों से बचे रहने के लिए पर्याप्त पानी भी पीना चाहिए.
बच्चों पर दें विशेष ध्यान
चिकित्सक कहते हैं बदलते मौसम में छोटे बच्चों पर विशेष ध्यान देना चाहिए. पांच साल और उससे कम उम्र के बच्चों पर ध्यान नहीं देने पर बीमारी गंभीर हो सकती है. शुरुआती बीमारी को नजरअंदाज करने से बच्चे निमोनिया की चपेट में आ सकते हैं. उन्होंने कहा कि बीमारी का लक्षण देखते ही बच्चों का इलाज शुरू होना जरूरी है.
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