खगड़िया : रबत्ता प्रखंड की तेमथा करारी पंचायत के एक गांव में एक क्रूर पिता की निर्ममता की कीमत एक नवजात को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी. पिता का पारिवारिक जीवन कलहपूर्ण था. शुक्रवार को यह कलह एक बार फिर से बढ़ गया. इसके बाद पति ने पत्नी को पीट दिया. पड़ोसियों ने दूरभाष से इस घटना की सूचना पुलिस को दी. पुलिस ने पति-पत्नी के बीच घरेलू कलह का मामला समझ कर इसे सामाजिक स्तर पर सुलझाने की सलाह दी,
लेकिन मामला सामाजिक स्तर पर सुलझ नहीं सका. पति के इस पिटाई को पीड़िता बरदाश्त नहीं कर सकी और उसका सात महीने का गर्भपात हो गया. परिजनों ने जच्चा और बच्चा का स्थानीय स्तर पर डॉक्टरों से इलाज कराया, लेकिन बच्ची को बचाया नहीं जा सका. इस घटना की सूचना मिलने पर पीड़िता के मायके वाले भागलपुर जिले से परबत्ता आये. वे परबत्ता थाने में आरोपित पति पर प्राथमिकी दर्ज कराने की कोशिश करने लगे.
वहीं दूसरी ओर गांव के प्रबुद्ध लोगों ने दोनों पक्षों में समझौता कराने का प्रयास शुरू कर दिया, जो समाचार प्रेषण तक जारी है. पीड़िता के मायके वालों ने बताया कि उसके साथ मारपीट की घटना कई वर्षों से की जा रही है. आपसी बातचीत से कई बार इसे सुलझाने का प्रयास किया गया, लेकिन कुछ दिन सामान्य रहने के बाद पति का रवैया पूर्ववत हो जाता था. दोनों की शादी लगभग सात वर्ष पूर्व हुई थी. इस बार पीड़िता के गर्भवती होने पर भी ससुराल वालों रवैया नहीं बदला.