खगड़िया: सुप्रीम कोर्ट ने भी गुटखा पर लगाये गये प्रतिबंध को कायम रखा है. साथ ही राज्य सरकार को इस पर सख्ती से अमल करने का निर्देश दिया है. इस निर्देश के प्राप्त होते ही जिलाधिकारी ने अपने अधिनस्थ अधिकारियों को इस पर हर संभव कार्रवाई के लिए निर्देशित किया है.
कहते हैंै गुटखा खाने वाले लोग
गुटखा खाने वालों में तरुण कुमार, शिवा कुमार, सुनील कुमार ने बताया कि विभिन्न तरह के कार्य में आलस को खत्म करने के लिए गुटखा का सेवन करते हैं. इन लोगों ने बताया कि गुटखा को छोड़ अन्य नशीले पदार्थ का सेवन से गुटखा बेहतर है. इसलिए इसका सेवन करते है.
कहते हैं गुटखा नहीं खाने वाले लोग
गुटखा नहीं खाने वाले अलौली के पूर्व प्रमुख संजीव कुमार, सन्हौली के आनंद सिंह, विधायक प्रतिनिधि वकील ठाकुर, राजा कुमार ,सुनील कुमार ने बताया कि गुटखा खाने से विभिन्न प्रकार के रोग होते हैं और इससे मुंह का जायका भी बिगड़ जाता है. लोगों की भूख भी मर जाती है. यह सभी बीमारी की जड़ है.
कहते हैं चिकित्सक
इस संबंध में चिकित्सक डॉ आरके तुलस्यान ने कहा कि गुटखा के सेवन से मुक्ति दृढ़ इच्छा शक्ति का होना जरूरी है. गुटखा एक बार में छोड़ देने से कष्ट तो होता ही है, लेकिन यह महज चार से पांच दिनों तक ही रहता है. इसके बाद सब कुछ ठीक हो जाता है. इसके अलावा लोग योग से भी इस बुरी लत से छुटकारा पा सकते हैं. इस लत से छुटकारा पाने के लिए किसी प्रकार की दवा का सेवन बगैर चिकित्सक के सलाह के नहीं करें.
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गुटखा मुक्त समाज बनाने के लिए आप भी प्रभात खबर के इस मुहिम का हिस्सा बन सकते हैं. अगर आप के आस पास या फिर आपके घर में कोई ऐसा व्यक्ति हो जिसने अपने इच्छा शक्ति के बल पर इस बुरी लत से छुटकारा पाया है तो उनकी कहानी हमें मछली भवन के तीसरी मंजिल तक पहुंचाएं. आप हमें शाम के तीन बजे से पांच बजे तक फोन भी कर सकते हैं. हमारा नंबर है 8987087510.