गोगरी . नगर पंचायत के भूमीहीन महादलितों की त्रासदी कहें या बदकिस्मती उन्हें सरकारी योजना का सही लाभ भी नहीं मिल पा रहा है. मुख्यमंत्री द्वारा भूमिहीन महादलितों को तीन डिस्मील जमीन दिये जाने की घोषणा व इस ओर की गई कवायद अन्य जगहों पर भले हुई हो. लेकिन, नगर पंचायत गोगरी जमालपुर के सैकड़ों भूमिहीन महादलितों को अब भी अपनी जमीन होने का सपना साकार नहीं हो सका है. जिसका उदाहरण नगर पंचायत गोगरी जमालपुर के कई वार्डों में खा जा सकता है, जो जमीन के आभाव के कारण यत्र तत्र सरकारी गैर मजरूआ जमीन व बांध के किनारे बसे हैं.
जिन्हें सरकारी स्तर पर अन्य सुविधा का लाभ भी नहीं मिल पा रहा है. नगर के महादलितों के अनुसार विभिन्न पंचायत व अन्य जगहों पर बसे भूमिहीनों महादलितों को सरकारी योजना के अनुसार जमीन मुहैया कराया गया, लेकिन नगर क्षेत्र के महादलित को यह सुविधा नहीं मिली. अधिकारी नगर के महादलित के लिए यह सुविधा नहीं होने की बात कहते हैं.
आखिर नगर के महादलित का इसमें क्या दोष है कि वे नगर क्षेत्र में बसे हैं. नगर में इस तरह का कोई प्रावधान या निर्देश हीं नहीं है. बहराहाल ऐसे उदाहरण नगर के वार्ड 1, 15, 17,19 में भी हैं, जहां नगर के महादलित को जमीन मुहैया नहीं हो सका है. अधिकारियों की माने तो नपं में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है. हां अंचल स्तर पर नगर से बाहर इन्हें बसाने के लिए जमीन उपलब्ध करायी जा सकती है.