खगड़ियाः जिले के कुछ बैंकों के शानदार प्रदर्शन से वित्तीय वर्ष 13-14 में जिले का एसीपी 70 प्रतिशत रहा है. अगर कुछ अन्य बैंकों का भी सहयोग मिला होता तो इस वर्ष जिले का एसीपी शत प्रतिशत रहा होता.
इस वर्ष लक्ष्य के विरुद्ध 678.91 करोड़ रुपये विभिन्न बैंकों के द्वारा ऋण के रूप में वितरण किये गये हैं. जबकि 966.65 करोड़ रुपये का लक्ष्य दिया गया था.
बिहार ग्रामीण बैंक के द्वारा लक्ष्य के विरुद्ध 102 प्रतिशत उपलब्धि हासिल की गयी है. जबकि एचडीएफसी ने 313 प्रतिशत, जिला को-ऑपरेटिव बैंक ने 93 प्रतिशत तथा एसबीआइ ने लक्ष्य के विरुद्ध 86 प्रतिशत ऋण का वितरण किया है. वहीं आइसीआइसीआइ कैनरा सहित अन्य बैंकों की उपलब्धि अच्छी नहीं रही है. आइसीआइसीआइ ने लक्ष्य के विरुद्ध मात्र एक प्रतिशत, कैनरा बैंक ने 6.13 प्रतिशत, यूको बैंक ने नौ प्रतिशत तथा बैंक ऑफ इंडिया ने 17 प्रतिशत ही ऋण बांटे हैं.
60 प्रतिशत रहा सीडी अनुपात
वित्तीय वर्ष 13-14 में जिले के बैंकों का सीडी अनुपात 60 प्रतिशत रहा है. बैंकों में जमा डिपोजिट के विरुद्ध उन्हें 40 प्रतिशत राशि ऋण के रूप में वितरण करना होता है. किंतु इस वर्ष डिपोजिट के विरुद्ध 60 प्रतिशत राशि ऋण के रूप में बांटे गये हैं. अगर बैंकों की बातें की जाय तो बिहार ग्रामीण बैंक का आइसीआइसीआइ बैंक का सीडी अनुपात 954 प्रतिशत, को-ऑपरेटिव 119 प्रतिशत, बिहार ग्रामीण बैंक का 96 प्रतिशत तथा एचडीएफसी बैंक का सीडी अनुपात 90 प्रतिशत रहा है. वहीं एसबीआइ यूनियन बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, कैनरा बैंक सहित कुछ बैंकों का सीडी अनुपात 40 प्रतिशत से कमरहा है.
बैंक के विरुद्ध रिपोर्ट
एलडीएम सजल चटराज ने बताया कि जरुरतमंदों को ऋण मुहैया कराने में असफल रहने वाले कुछ बैंकों के शाखा प्रबंधकों के विरुद्ध उनके क्षेत्रीय प्रबंधक को लिखा जायेगा. उन्होंने बताया कि कैनरा बैंक, आइसीआइसीआइ, यूको बैंकतथा बैंक ऑफ इंडिया के विरुद्ध रिपोर्ट की जायेगी.