खगड़िया : यूनियन बैंक जहांगीरा के शाखा प्रबंधक पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है. फर्जीवाड़ा के मामले में यूनियन बैंक के जहांगीरा शाखा प्रबंधक पर प्राथमिकी दर्ज है. वरीय पुलिस पदाधिकारी ने अनुसंधान में मामला सत्य पाते हुए शाखा प्रबंधक को गिरफ्तार करने का आदेश जारी किया है. सूत्र के मुताबिक एसपी के आदेश […]
खगड़िया : यूनियन बैंक जहांगीरा के शाखा प्रबंधक पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है. फर्जीवाड़ा के मामले में यूनियन बैंक के जहांगीरा शाखा प्रबंधक पर प्राथमिकी दर्ज है. वरीय पुलिस पदाधिकारी ने अनुसंधान में मामला सत्य पाते हुए शाखा प्रबंधक को गिरफ्तार करने का आदेश जारी किया है. सूत्र के मुताबिक एसपी के आदेश के बाद पुलिस ने गिरफ्तारी के लिए दबिश बनाना शुरू कर दिया. शाखा प्रबंधक को ढूंढ़ने के लिये पुलिस जहांगीरा यूनियन बैंक भी पहुंची थी.
लेकिन शाखा प्रबंधक गायब थे. इधर, अनुसंधानकर्ता ने शाखा प्रबंधक मुनेश्वर राम की गिरफ्तारी के आदेश की सूचना यूनियन बैंक के सहायक महाप्रबंधक समस्तीपुर को भेज दिया है. केस के आईओ ने सहायक महाप्रबंधक को पत्र लिखकर शाखा प्रबंधक श्री राम पर दर्ज मामला, वरीय पुलिस पदाधिकारी द्वारा दिये गए आदेश की जानकारी दी है.
बैंक मैनेजर पर दर्ज है फर्जीवाड़े की प्राथमिकी
यूनियन बैंक जहांगीरा शाखा प्रबंधक पर फर्जीवाड़ा का मामला गंगौर थाना में दर्ज है. शिकायतकर्ता प्रमीला देवी ने प्रबंधक पर ऋण में ठगी करने का मामला दर्ज कराया था. बताया जाता है कि इनपर गंगौर थाना में कांड संख्या 428/17 दर्ज है. 18 जून 2017 को जहांगीरा शाखा प्रबंधक मुनेश्वर राम के साथ साथ एसबीआई जलकौड़ा के पूर्व मैनेजर मनोज कुमार एवं एक बिचौलिया के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. बिचौलिया की गिरफ्तारी तो दो माह पूर्व ही हो चुकी है. इधर एसपी मीनू कुमारी के सख्त आदेश के बाद हरकत में आयी पुलिस एसबीआई के पूर्व मैनेजर के आवासीय पता की जानकारी तलाश रही है.
अनुसंधान में सही पाये गये आरोप
जहांगीरा शाखा प्रबंधक पर धारा 420, 406, 468, 491 एवं 34 के तहत मामला दर्ज है. वरीय पुलिस पदाधिकारी के अनुसंधान में ये आरोप सत्य पाए गए हैं. एसपी ने भी मैनेजर को गिरफ्तार करने के आदेश दिए हैं. जिसके बाद से पुलिस आरोपित बैंक मैनेजर की तलाश में छापेमारी तेज कर दी है.
केसीसी मामले की भी हो रही जांच
उल्लेखनीय है कि जहांगीरा यूनियन बैंक शाखा द्वारा बीते दो वर्ष के दौरान वितरित केसीसी की भी जांच चल रही है. सांसद चौधरी महबूब अली कैसर की अनुशंसा व डीएम के आदेश पर केसीसी ऋण वितरण की जांच बैंकिग उपसमाहर्ता द्वारा जांच आरंभ कर दी गयी है. शाखा प्रबंधक से सभी एलपीसी, लाभुकों की सूची एवं अंचल कार्यालय का सत्यापन रिपोर्ट मांगी गयी है. ताकि सभी एलपीसी की जांच करायी जा सके. हालांकि सात दिन बीत जाने के बाद भी प्रबंधक द्वारा जांच पदाधिकारी को कागजात उपलब्ध नहीं कराए गए हैं. शिकायत है कि दर्जनों फर्जी एलपीसी के आधार पर जहांगीरा यूनियन बैंक मैनेजर ने केसीसी ऋण बांटे है.
कहते हैं थानाध्यक्ष
फर्जीवाड़ा की दर्ज प्राथमिकी में नामजद आरोपित यूनियन बैंक जहांगीरा शाखा प्रबंधक मुनेश्वर राम की गिरफ्तारी के लिये पुलिस की टीम बैंक गयी थी. एसपी ने शाखा प्रबंधक के गिरफ्तारी के आदेश दिये हैं. नियमानुसार पूरे मामले की सूचना बैंक के सहायक महाप्रबंधक को दे दी गयी है. गिरफ्तारी के डर से आरोपित शाखा प्रबंधक मुनेश्वर राम फरार चल रहा है. इसी कांड के एक अन्य आरोपित एसबीआई शाखा जलकौड़ा के पूर्व मैनेजर मनोज कुमार का पूरा पता बैंक से तलब किया गया है. जबकि एक अन्य आरोपित को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. जल्द ही आरोपित बैंक मैनेजर को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजा जायेगा.
गजेन्द्र कुमार, गंगौर थानाध्यक्ष