खगड़िया : जिला अंतर्गत 92 स्टेट ट्यूवेल की स्थिति दयनीय है. बिहार सरकार ने इसे पुन: चालू करने के लिए लघु सिंचाई विभाग को 10 करोड़ राशि आवंटित कर दिया है. उक्त बातें सोमवार को स्थानीय अतिथि भवन में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान बिहार सरकार के आपदा मंत्री दिनेश चन्द्र यादव ने कही. उन्होंने कहा कि स्टेट ट्यूवेल चालू होने के बाद संबंधित पंचायत के चयनित कृषकों के बीच कमेटी का निर्माण सरकारी स्तर पर किया जायेगा. ताकि कृषकों द्वारा उक्त ट्यूवेल का रख रखाव किया जा सके. इससे हजारों कृषकों को सिंचाई में ज्यादा खर्च से मुक्ति मिलेगी. उन्होंने कहा कि अन्य जिला में भी ट्यूवेल का सर्वे कराया जा रहा है. उन्होंने कहा कि बिहार शताब्दी योजना के तहत कृषकों को अनुदान राज्य से ही उनके बैंक खाता में भेजा जायेगा.
उन्होंने कहा कि पूर्व में कृषकों को अनुदान की राशि लेने के लिए प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगाना पड़ता था. उन्होंने कहा कि फसल क्षति मुआवजे की 900 करोड़ रुपये विभाग को दिये गये हैं. जल्द ही फसल मुआवजा की राशि का वितरण किया जायेगा. मौके पर एनएच 31 बलुवाही स्थित एक होटल में मथार गांव के दर्जनों ग्रामीणों की समस्याएं सुनी. मंत्री श्री यादव ने ग्रामीणों को बताया कि मथार गांववासी गंगा नदी के कटाव से भारी क्षति होती थी.
इसके लिए आपदा विभाग द्वारा 57 करोड़ की लगात से मुंगेर घाट से लेकर मथार गांव तक सात किलोमीटर की दूरी में बंडाल का निर्माण जल्द ही कराया जायेगा. उन्होंने कहा कि सरकारी स्तर पर निर्माण कार्य के लिए निविदा भी प्रकाशित किया गया है. मौके पर विधान परिषद सदस्य सोनेलाल मेहता, जदयू जिलाध्यक्ष सुनील कुमार, अशोक कुमार सिंह, प्रवक्ता अरविन्द मोहन, दीपक कुमार सिन्हा,विक्रम कुमार यादव, बबलू मंडल, पूर्व सभापति सहित दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित थे.