खगड़िया : चित्रगुप्तनगर व महिला थाना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए शुक्रवार को छापेमारी कर सदर अस्पताल से दो महिला बिचौलिया को गिरफ्तार कर लिया. जबकि, एक अन्य महिला को संसारपुर स्थित उसके घर से पुलिस ने गिरफ्त में ले लिया. तीनों महिला पर सदर अस्पताल से मरीजों को बरगला कर निजी क्लिनिक में भेजने के आरोप में चित्रगुप्त नगर थाना में कांड दर्ज है. पुलिस की कार्रवाई से निजी क्लिनिक के काले कारोबार में शामिल लोगों सहित दलालों में हड़कंप मच गया है.
थानाध्यक्ष अखिलेश सिंह ने बताया कि महिला थानाध्यक्ष किरण कुमारी के नेतृत्व में सदर अस्पताल परिसर में मरीजों को चंगुल में फंसाने की ताक में घूम रही दो महिला बिचौलिया सह कांड के आरोपित सरोजनी देवी उर्फ श्रीदेवी व संसारपुर गांव निवासी बटोरन राम की पत्नी वीणा देवी को गिरफ्तार
किया गया.
सदर अस्पताल से…
जबकि, संसारपुर गांव से विनोद साव की पत्नी मंजू देवी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. इसी मामले में बबुआगंज मोहल्ला निवासी डाॅ पूनम कुमारी, कचहरी रोड निवासी डाॅ पुनिता कुमारी व डाॅ एसके भारती पर नामजद प्राथमिकी दर्ज है. इधर, सदर अस्पताल में छापेमारी के दौरान गिरफ्तारी के बाद आरोपित महिला सरोजनी देवी उर्फ श्रीदेवी ने पुलिस अधिकारी को झूठे केस में फंसाने की धमकी दी, तो पुलिस भी भौचक्क रह गयी. सूचना है कि पुलिस आरोपित महिला की ओर से दी गयी धमकी को स्टेशन डायरी में अंकित कर आगे की कार्रवाई में जुट गयी है.
गिरफ्तारी के बाद कई फर्जी क्लिनिक के गिर गये शटर :
सदर अस्पताल में बिचौलिया की भूमिका निभाने वाली तीन महिला बिचौलिया की गिरफ्तारी की खबर शहर में आग की तरह फैल गयी. देखते ही देखते सदर अस्पताल परिसर सहित विभिन्न जगहों को स्थित फर्जी सहित गलत करने वाले निजी क्लिनिकों के शटर गिर गये. गिरफ्तार तीनों महिला को पुलिस ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया. बता दें कि सदर बीडीओ रवि रंजन ने परबत्ता की एक प्रसव पीड़िता की मौत के बाद अस्पताल से मरीज को बहला फुसला कर निजी क्लिनिक में भर्ती कराने वाली छह महिलाओं के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी थी. बीडीओ ने चित्रगुपत नगर थाना में आवेदन देकर मानसी थाना क्षेत्र के राजाजान गांव निवासी पूर्व ममता कार्यकर्ता उषा देवी,
एडीएम आवास के समीप रहने वाली महिला विनोद शर्मा की पत्नी शारदा देवी, भदास की महिला सरोजनी देवी उर्फ श्रीदेवी, संसारपुर निवासी बटोरन राम की पत्नी, चौथम थाना क्षेत्र के मलपा गांव निवासी जगदम्बी यादव की पत्नी रिंकू देवी, संसारपुर गांव निवासी विनोद साव की पत्नी मंजू कुमारी, बबुआगंज मोहल्ला निवासी डाॅ पूनम कुमारी, कचहरी रोड निवासी डाॅ पुनिता कुमारी व डाॅ एसके भारती के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी. एएसआइ अखिलेश सिंह ने बताया कि कांड संख्या 563/17 दर्ज कर मामले की जांच के बाद सभी अभियुक्तों को सलाखों के पीछे भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
क्या कहती है पुलिस:
पूरे ऑपरेशन को अंजाम देने वाले चित्रगुप्त नगर के एएसआइ अखिलेख सिंह ने बताया कि महिला थानाध्यक्ष किरण कुमारी के नेतृत्व में पुलिस ने छापेमारी कर भोले-भाले मरीज को सदर अस्पताल से बरगला कर निजी क्लिनिक भेजने वाली तीन महिला बिचौलिया को गिरफ्तार कर लिया गया है. अनुसंधान के दौरान परबत्ता की पीड़िता को बहला-फुसला कर सदर अस्पताल से प्राइवेट क्लिनिक में ले जाने के आरोप में दर्ज प्राथमिकी के आलोक में तीनों महिला की संलिप्तता उजागर होने के बाद गिरफ्तारी हुई है. सदर अस्पताल में छापेमारी कर दो महिला बिचौलिया को दबोचा गया.
जबकि, एक महिला को संसारपुर स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया गया है. इसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. एएसआइ श्री सिंह ने बताया कि बिचौलिया की भूमिका निभाने के आरोपित उषा देवी, शारदा देवी व रिंकू देवी की गिरफ्तारी शीघ्र की जायेगी. उन्होंने बताया कि अन्य आरोपित डाॅ पूनम कुमारी, डाॅ पुनिता कुमारी व डाॅ एसके भारती की भूमिका सामने आने के बाद गिरफ्तारी में कोई देरी नहीं होगी.
परबत्ता की प्रसव पीड़िता की मौत के बाद सदर बीडीओ ने दर्ज करायी थी प्राथमिकी
प्रसूता को बहला-फुसला कर ले जाने में बिचौलिया की भूमिका निभाने वाली तीन महिला गिरफ्तार
महिला बिचौलिया की गिरफ्तारी के बाद निजी क्लिनिक के काले कारोबार में सक्रिय बिचौलियाें में हड़कंप
क्या है पूरा मामला
सदर अस्पताल में प्रसव के लिए आने वाली महिलाओं को बिचौलिया की भूमिका निभाने वाली महिलाओं ने बहला फुसलाकर कमीशन के लिए निजी क्लिनिकों में मरने के छोड़ देती थीं. 20 अगस्त 2017 को परबत्ता की एक महिला की मौत इलाज के दौरान हो गयी. मृतक के परिजन ने सदर अस्पताल पहुंचकर हंगामा किया. घटना की जानकारी मिलते ही सदर बीडीओ रवि रंजन ने अस्पताल पहुंचकर आक्रोशितों को शांत कराया. बीडीओ ने अस्पताल परिसर में लगे सीसीटीवी की जांच की. सीसीटीवी फुटेज तथा 20 अगस्त को अस्पताल में कार्यरत नर्स व स्वास्थ्य कर्मियों से जानकारी ली.
ड्यूटी पर तैनात एएनएम इंद्रा कुमारी ने बीडीओ को बताया कि परबत्ता की महिला बेबी देवी प्रसव कराने के लिए सदर अस्पताल आयी थी. पीड़िता को बेड पर भेजा गया. लेकिन, पीड़िता बेड पर नहीं पहुंची. बताया जाता है कि सदर अस्पताल परिसर में वर्षों से बिचौलिया का दबदबा रहा है. कई बार बिचौलियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी गयी. इस बार पुलिस की कार्रवाई से निजी क्लिनिक के काले कारोबार पर असर पड़ने की संभावना जतायी जा रही है.