खगड़िया : सहरसा के तुलसियाही गांव निवासी पति राजाबाबू ने सारी हदें पार करते हुए पत्नी कोमल कुमारी को चलती ट्रेन से धकेल दिया. उसने तो समझा कि ट्रेन से गिरने के बाद पत्नी सदा के लिये मौत की नींद सो जायेगी और किसी को कानों-कान खबर तक नहीं लगेगी. लेकिन किसी ने सच ही कहा है कि जाकों राखे साईंया मार सके न कोई. गरीब रथ से गिरने के बाद महिला बच गयी. जख्मी महिला को स्थानीय लोगों ने इलाज के लिए सदर अस्पताल में भरती कराया. अस्पताल में महिला मौत से जूझ रही है. पुलिस ने पीड़ित महिला से फर्द बयान लेकर परिजनों को सूचना दे दी है.
दहेज को लेकर करता था प्रताड़ित : तुलसियाही गांव निवासी देवनन्दन साह के पुत्र राजाबाबु ने कोमल को खगड़िया-मानसी के बीच ट्रेन से फेंक दिया. कोमल ने पुलिस को बताया कि उसकी शादी तीन वर्ष पूर्व राजा बाबू के साथ हुई थी. तब से दहेज को लेकर उसे प्रताड़ित किया जा रहा है. वह मां के घर सहरसा के बेंगहा गांव में रहरही थी.
पति ने फोन कर बुलाया था स्टेशन
पति राजा बाबू ने फोन कर उसे सहरसा स्टेशन बुलाया था. स्टेशन पहुंचते ही पति राजा ने उसे गरीब रथ पर बिठा कर बेगूसराय चलने की बात कही. लेकिन मानसी-खगड़िया के बीच कोसी कॉलेज के पास ट्रेन से नीचे धकेल दिया.
पीड़ित महिला ने पुलिस को बताया कि एक साल पूर्व भी राजा बाबू ने जहर खिला कर जान मारने की कोशिश की थी. लेकिन वह बच गयी. पीड़िता ने बताया कि पति द्वारा लगातार दहेज के रूप में चार लाख रुपये की मांग की जा रही थी. पीड़ित महिला कोमल ने बताया कि पति पर विश्वास का नतीजा है कि वह आज मौत से जूझ रही है. भगवान ऐसा पति किसी को न दे.