कटिहार : शहर में यातायात नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है. जबकि शहर में सड़क सुरक्षा को लेकर कई तरह के आयोजन जिला प्रशासन की तरफ से होते रहे हैं. लेकिन इनके बाबजूद भी यातायात नियमों का उल्लंघन धड़ल्ले से किया जा रहा है. खासकर बड़े वाहन, तीन चक्का वाहन व दो पहिया वाहन द्वारा उल्लंघन पर उल्लंघन किया जाता है.
लेकिन प्रशासन द्वारा इन चीजों को देख कर भी अनदेखा किया जा रहा है. जब कभी कोई दुर्घटना घटती है तो तब जाकर यातायात प्रशासन व जिला प्रशासन की आंख खुलती है. वही शहर में रोजाना ऐसी चीजें देखने को मिलती है जिसे देख कर प्रशासन के बनाये गये नियमों का उल्लंघन सरेआम होता है. वैसे तो यातायात प्रशासन द्वारा कई नियम बनाए गए हैं जिसमें बड़े वाहन को ज्यादा ओवर लोड लेकर नहीं चलना है. ऑटो में सीटों के हिसाब से सवारी बैठाना है. दो पहिया वाहन पर तीन सवारी नहीं लेकर चलना व हमेशा हेलमेट लगाकर आवागमन करना है. नाबालिक को किसी प्रकार के वाहन को नहीं चलाना.
चार पहिया वाहन में चालक को सीट बेल्ट लगाकर यह गाड़ी चलाना चाहिए. लेकिन यहां बनाए गए नियमों को ताक पर रखकर नियमों का उल्लंघन वाहन चालकों द्वारा रोजाना किया जा रहा है प्रशासन मूकदर्शक बना है. वहीं शहर में सुबह छह बजे से रात के 10 बजे तक नो इंट्री लगी रहती है. नो इंट्री लगने के बावजूद बड़े वाहन रोजाना आवागमन करते हैं, जिससे जाम उत्पन्न लगता है.
दो पहिया वाहन द्वारा किया जाता है नियमों का उल्लंघन : शहर में सबसे अधिक दुपहिया वाहन चालक करते हैं नियमों का उल्लंघन दुपहिया वाहन चालकों द्वारा नियमों को ताक पर रखकर तीन सवारी बैठा कर चलना, हेलमेट न लगाना, बिना नंबर के गाड़ी चलाना, इत्यादि चीजें रोजाना शहर में होती है. खासकर नावालिक लड़कों द्वारा दो पहिया वाहन चलाना आम बात हो गई है. शहर में कई ऐसे मां बाप हैं जो अपने नाबालिक बेटे को गाड़ी शहर के अंदर चलाने देते हैं.
नाबालिक लड़के द्वारा वाहन चलाने से शहर वासियों को काफी परेशानियां होती है. क्योंकि यह नाबालिक चालक वाहन को तरह-तरह के स्टंट करके व तेज रफ्तार से चलाते हैं. जिनके कारण कभी भी किसी तरह का बड़ा हादसा हो सकता है. मंगलवार को कुछ ऐसा ही मामला शहर के स्कॉटिश स्कूल के बच्चों द्वारा देखने को मिला स्कॉटिश स्कूल में पढ़ने वाले ज्यादातर बच्चे 14 से 16 साल के बीच के हैं. अधिकांश बच्चों के पास खुद की मोटर बाइक, स्कूटी व दूसरी तरह के वहान है. यह बच्चे अपने वाहन को लेकर सड़कों पर तेज रफ्तार से चलते हैं और लोगों को दिखाने के लिए तरह तरह के स्टंट करते हैं.
बड़े वाहनों द्वारा प्रशासन मौजूद रहने के बाद भी करते हैं नियमों का उल्लंघन : शहर में रोजाना बड़े वाहनो द्वारा यातायात नियमों का उल्लंघन प्रशासन मौजूद रहने के बाबजूद हो रहा है. सबसे ज्यादा बड़े वाहन ओवरलोड लेकर सड़कों पर चलते हैं. जिसे देख कर प्रशासन अनदेखा करती है. नो इंट्री के समय बड़े वाहन का शहर में परवेश करना भी यातायात नियमों का उल्लंघन होता है. रोजाना शहर के कई प्रमुख हिस्सों में बड़े वाहनों का आवागमन होता है. लेकिन प्रशासन द्वारा बनाए गए इन नियमों का पालन नहीं हो रहा है. जबकि दूसरी तरफ यातायात प्रशासन द्वारा बनाए गए नियमों का दम भरते हैं. चार चक्का वाहन द्वारा भी हो रहा है नियमों का उल्लंघन. चार चक्का वाहन चालक द्वारा आवागमन करते समय सीट बेल्ट का प्रयोग नहीं किया जाता है.
ऑटो चालक द्वारा शहर में यातायात नियमों का उड़ाई जा रही है धज्जियां : शहर में यातायात नियमों का सबसे ज्यादा उल्लंघन करने वालों में ऑटो चालक हैं. उनके द्वारा यातायात नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है यातायात नियम के अनुसार ऑटो चालक को अपनी ऑटो में सीट के अनुसार सवारी बैठाना है. लेकिन ऑटो चालक द्वारा सीट से भी ज्यादा सवारी बैठा कर चलना आम बात हो गई है. कभी-कभी ऑटो चालक द्वारा ऑटो के ऊपर में भी लोगों को बैठाकर लाने का काम किया जाता है. बिना कागज पत्तर व बिना ड्राइविंग लाइसेंस के भी चलाते हैं ऑटो चालक. यातायात नियमों के अनुसार ऑटो चालकों को सड़क के बीचो बीच ऑटो खड़ा करके यात्रियों को ना उतारना और ना ही चलाना है. बनाए गए नियमों के अनुसार ऑटो चालक द्वारा नियमों का उल्लंघन सरेआम कर रहे हैं. वहीं प्रशासन देख कर भी इन चीजों को अनदेखा करती है. शहर के शहिद चौक पर रोजाना इस तरह का चीजें देखने को मिलती है.