कटिहार: राष्ट्रव्यापी हड़ताल का व्यापक असर, करोड़ों का कारोबार प्रभावित फोटो- कैप्शन- 6 यूनियन नेताओं को गिरफ्तार कर ले जाती पुलिस, 7 शहीद चौक पर जामकर बैठे नेतागण,8 नारेबाजी करते यूनियन के लोगप्रतिनिधि, कटिहारकेंद्रीय श्रमिक संगठन के आह्वान पर बिहार श्रम संगठन मंच शाखा कटिहार के नेतृत्व में केंद्र सरकार के मजदूर विरोधी नीति के खिलाफ राष्ट्रव्यापी हड़ताल को सफल बनाने के लिये शहीद चौक को सुबह आठ बजे से पूरी तरह ठप कर दिया था.
आवागमन ठप होने के कारण लोगों को भारी कठिनाईयों का सामना करना पड़ा. हड़ताल की अध्यक्षता बीएसएसआर यूनियन नेता अरूप घोष ने की. बिहार श्रम संगठन मंच के संयोजक विकास सिंह ने बताया कि इस हड़ताल में बैंक, एलआईसी, पोस्ट ऑफिस, दूरसंचार, बस ऑटो पूरी तरह बंद रहा. दिन के एक बजे नगर थाना के इंस्पेक्टर कांत कुमार आंदोलन स्थल पर सदलबल के साथ आये और सभी प्रदर्शनकारियों को थाना लाकर फिर बाद में छोड़ दिया. थाने में गिरफ्तारी देने वाले नेताओं में ऐटक, इंटक, सीटु, ऐकटु, एचएमएस, बीएसएसआर, बिहार राजपत्रित कर्मचारी महासंघ, कटिहार मजदूर संघ इंटक, अखिल भारतीय जीवन बीमा संघ, खेत मजदूर संघ, बिहार राज्य जन स्वास्थ्य चिकित्सा संघ सहित सभी ट्रेड यूनियन के नेता रामलगन सिंह, वारिस हुसैन, असगर अली, दयानंद सिंह, अरूप घोष, मुमताज अहमद, ग्रीस कुमार सिंह, रंजन कुमार, कृष्णानंद सिंह, धवलेंद्र ओझा, विश्वजीत चटर्जी, जागेश्वर यादव, टुनटुन राय, गौतम घोष, गौतम बारिक, दिलीप मंडल, मोहर्रम खान, बिनोद झा, प्रकाश महतो, कृष्ण कुमार झा, अमर शर्मा, रामजी गुप्ता, दिनेश चंद्र यादव, दिपेश कुमार, मुकुल कुमार, उदय डे, प्रभात सिंह, संजय चौधरी, सुधीर श्रीवास्तव, असीत घोष, लाल मोहन सिंह, दिलीप राय, अनिल सिंह, अजय कुमार, टुनटुन यादव सचिव मित्रा सहित लगभग पांच ट्रेड यूनियन नेताओं ने अपनी गिफ्तारी दी. क्या है ट्रेड यूनियन नेताओं की मांगें
बिहार श्रम संगठन मंच के संयोजक विकास सिंह ने बताया कि केंद्रीय श्रमिक संगठन मंच का बारह सूत्री मांगपत्र एवं स्थानीय मांगपत्रों में महंगाई पर रोक लगाने, बेरोजगारी पर रोक लगाने, सामाजिक सुरक्षा स्कीम लागू करो, ठेका प्रथा बंद करो, न्यूनतम मजदूरी 18000 रूपये मासिक लागू करो, न्यूनतम पेंशन तीन हजार रूपये लागू करो, 45 दिनों में यूनियन का निबंधन अनिवार्य करो, भूमि अधिग्रहण अध्यादेश वापस लो एवं स्थानीय समस्याओं में कई महीनों से बंद जूट मिल चालू करो. स्थायी ऑटो स्टैण्ड की व्यवस्था, राष्ट्रीय बाल श्रमिक शिक्षक व कर्मचारियों का वेतन का भुगतान अविलंब करो, बाढ़ राहत सामग्री बाढ़ पीड़ितों को पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराओ.बैंक व एलआईसी का काम हुआ प्रभावित
केंद्रीय श्रमिक संगठन के आह्वान पर इस राष्ट्रव्यापी हड़ताल में बैंक, एलाआईसी, पोस्ट ऑफिस के युनियन नेताओं की हड़ताल से खासा प्रभाव पड़ा है. लगभग करोड़ों रूपये का नुकसान सरकार को इस एक दिवसीय हड़ताल से उठाना पड़ा. इन तीनों सार्वजनिक क्षेत्र के कर्मियों के हड़ताल में जाने से बैंक में लेनदेन का काम पूरी तरह ठप था. वहीं एलआईसी में भी कार्य नहीं हुआ. पोस्ट ऑफिस तथा दूरसंचार का भी यही हाल है. सबसे ज्यादा परेशानी बैंक से लेनदेन करने वाले ग्राहकों को उठाना पड़ा. लोगों को भारी कठिनाईयों का सामना करना पड़ा
केंद्रीय श्रमिक संगठन के आह्वान पर राष्ट्रव्यापी हड़ताल को लेकर आवागमन ठप होने के कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा. लोग सुबह से ही टैंपु खुलने की प्रतिक्षा कर रहे थे. लेकिन टैंपु दिन के एक बजे के बाद सुचारू रूप से चला. तबतक मिरचाई बाड़ी, मनिहारी, सोनौली, गेड़ाबाड़ी, रौतारा, हसनगंज जाने वाले यात्री परेशान दिखे. रेलवे स्टेशन से उतरने वाले यात्री को भी परेशानियों का सामना करना पड़ा. यह लोग बस पकड़ने के लिये रेलवे स्टेशन से मिरचाईबाड़ी तक पैदल ही चल दिये. धुप और गर्मी के कारण इन यात्रियों का हाल बेहाल था.