नगर निगम चुनाव . कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच हुई मतगणना
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सुबह 8.00 बजे से बाजार समिति में मतगणना शुरू हुई. एक घंटे बाद ही परिणाम आने शुरू हो गये. दोपहर एक बजे तक सभी 44 वार्डों के परिणाम घोषित कर दिये गये. अपराह्न तीन बजे तक सभी नवनिर्वाचित वार्ड पार्षद को निर्वाची पदाधिकारी ने प्रमाण पत्र भी दे दिया.
कटिहार : नगर निगम चुनाव में शहर के लोगों ने अधिकांश पुराने चेहरों पर ही भरोसा कर कर बार फिर से प्रतिनिधित्व करने का मौका दिया है. गुरुवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सुबह 8.00 बजे से स्थानीय बाजार समिति के प्रांगण में मतगणना शुरू हुई. एक घंटे बाद ही परिणाम आना शुरू हो गया.
दोपहर एक बजे तक सभी 44 वार्डों के परिणाम घोषित कर दिये गये. अपराह्न तीन बजे तक सभी नवनिर्वाचित वार्ड पार्षद को निर्वाची पदाधिकारी सह डीडीसी मुकेश पांडेय ने प्रमाण पत्र भी दे दिया. मतगणना को लेकर अहले सुबह से ही शहर में चहल-पहल शुरू हो गयी थी. खासकर पटेल चौक के तीनगछिया पथ में आवाजाही काफी तेज थी. बैरिकेडिंग नहीं होने से कई बार लोगों को इस पथ पर जाम से जूझना पड़ा. इसी पथ पर स्थित बाजार समिति में हो रहे मतगणना के दौरान शहरवासियों को परिणाम जानने की उत्सुकता थी. जैसे-जैसे परिणाम घोषित होता गया,
वैसे-वैसे निर्वाचित प्रत्याशियों के खेमे में उत्साह बढ़ता गया. वहीं पराजित उम्मीदवार व उनके समर्थक मायूसी के साथ मतगणना केंद्र से जाते रहे. चुनाव में 80 प्रतिशत से अधिक पुराने चेहरों को ही प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला है. कुछ नये चेहरे भी इस चुनाव में जीत कर आये हैं. निगम के 45 में से 44 वार्ड के लिए मंगलवार को मतदान कराया गया था. वार्ड संख्या 17 में मंजू देवी पहले ही निर्विरोध निर्वाचित हो चुकी हैं.
मतगणना कक्ष के मुख्य प्रशाल में निर्वाची पदाधिकारी सह डीडीसी मुकेश पांडेय, सहायक निर्वाची पदाधिकारी राम निरंजन सिंह, राकेश रमण, डाॅ मनोज कुमार झा आदि मतगणना की निगरानी कर रहे थे. जिला आपूर्ति पदाधिकारी अभिनय भाष्कर, वरीय उप समाहर्ता सोमनाथ सिंह, शंकर रमण, डीपीआरओ अक्षय रंजन, श्रम अधीक्षक प्रशांत राहुल, डीपीएम निलेश कुमार सहित कई अधिकारी अपने-अपने दायित्व के निर्वहन में जुटे हुए थे.
मुख्य द्वार पर पुलिस को भांजनी पड़ी लाठियां
सबसे अधिक कुव्यवस्था का आलम बाजार समिति के मुख्य द्वार के आसपास थी. तीनगछिया मुख्य पथ के कृषि विज्ञान केंद्र से बाजार समिति के मुख्य द्वार तक सवेरे से जाम की स्थिति बनी हुई थी. बैरिकेडिंग नहीं होने की वजह से इस पथ पर आम दिनों की तरह वाहनों की आवाजाही होने से स्थिति और भी खराब बन गयी. मुख्य द्वार पर बड़ी तादाद में जमे प्रत्याशी के समर्थक परिणाम जानने के लिए बेताब थे. मुख्य द्वार पर ध्वनि विस्तारक यंत्र नहीं लगाया गया था.
इससे लोगों को परिणाम की जानकारी नहीं मिल पाती थी. बाद में आक्रोशित लोगों ने हंगामा कर दिया. सड़क जाम व हंगामे के बीच स्थिति विस्फोटक बनने लगी थी. आक्रोशित लोगों को शांत करने के लिए पुलिस को लाठियां भी भांजनी पड़ीं. वहीं सूचना पाकर पहुंचे एसडीओ सुभाष नारायण व एसडीपीओ लाल बाबू यादव सहित दंडाधिकारी के रूप में तैनात डीपीओ स्थापना विद्यासागर सिंह आदि ने लोगों को किसी तरह समझा बुझाकर शांत किया. उसके बाद ध्वनि विस्तारक यंत्र की व्यवस्था की गयी. इससे लोगों को परिणाम की जानकारी मिलने लगी.