जिससे दो संतान है एवं घटना के एक वर्ष पूर्व आरोपी से वह दूसरा विवाह किया था. पहली विवाह से उत्पन्न संतान आशिफ को उसके पति अजीज अंसारी ने 16 मई 2008 को दुकान से खैनी लाने भेज दिया.
उसके बाद पीछे से आरोपी पति भी साइकिल लेकर निकला एवं देर शाम तक जब उसका लड़का नहीं आया तो वह खोजने निकली. बगल के महानंदा नदी के किनारे बेटे के शव पायी, जिसकी गला दबा कर हत्या कर दी गयी थी. इस मामले में अभियोजन पक्ष की ओर से कुल बारह गवाहों का न्यायालय में परीक्षण कराया गया.