लेकिन, संबंधित एजेंसी अपने दायित्वों के निर्वहन के प्रति लापरवाह नजर आ रही है. विद्यालय में कई तरह की खामियों व कमियों के बीच बच्चे स्कूल जाते हैं. दूसरी तरफ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के नाम पर भी विद्यालय में खानापूर्ति किया जाना आम बात हो गयी है. पढ़ाई में कमजोर बच्चों के लिए विशेष कक्षा का आयोजन भी दिखावा बन कर रह गया है. हालांकि, सरकार से आदेश के बावजूद बड़ी संख्या में शिक्षक विभिन्न स्थानों में प्रतिनियोजित किये गये हैं.
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खामियों व कमियों की चक्की में पिस रहा भविष्य
कटिहार: यूं तो 6-14 साल तक सभी बच्चों को मुफ्त व अनिवार्य शिक्षा अधिकार अधिनियम के तहत शिक्षा पाने का संवैधानिक अधिकार मिला हुआ है. लेकिन, जिस विभाग द्वारा आरटीइ का क्रियान्वयन किया जाना है, वह विभाग ही इस मामले में पूरी तरह उदासीन है. जिले में विभिन्न स्तरों के 2000 से अधिक प्राथमिक व […]
कटिहार: यूं तो 6-14 साल तक सभी बच्चों को मुफ्त व अनिवार्य शिक्षा अधिकार अधिनियम के तहत शिक्षा पाने का संवैधानिक अधिकार मिला हुआ है. लेकिन, जिस विभाग द्वारा आरटीइ का क्रियान्वयन किया जाना है, वह विभाग ही इस मामले में पूरी तरह उदासीन है. जिले में विभिन्न स्तरों के 2000 से अधिक प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय स्थापित हैं. इन विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने की जिम्मेदार तय की गयी है.
यह है प्रधान सचिव का आदेश
शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव आरके महाजन ने अपने पत्रंक 1024 दिनांक 19.05.2015 के जरिये सभी क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक व जिला शिक्षा पदाधिकारी को आदेश दिया था कि विभिन्न कार्यालयों में प्रतिनियोजित शिक्षकों व तत्काल प्रभाव से प्रतिनियोजन समाप्त करते हुए उसे मूल पदस्थापित स्थान पर भेज दिया जाय. प्रधान सचिव के इस आदेश का अनुपालन अब तक जिले में सुनिश्चित नहीं किया गया है.
अंधकार में बच्चों के भविष्य
जिले में दो हजार के आसपास विभिन्न स्तर के सरकारी विद्यालय हैं. इनमें से 264 विद्यालय भवनहीन हैं. भवनहीन विद्यालय में चालीस हजार बच्चे पढ़ते हैं. बरसात व बाढ़ में बच्चों की स्थिति और भी खराब हो जाती है. विभागीय उदासीनता की वजह से आज तक भवनहीन विद्यालय के भवन निर्माण के लिए सकारात्मक पहल नहीं हुई है.
केस स्टडी – एक
कटिहार सदर प्रखंड में कई शिक्षक प्रतिनियोजन पर रह कर दूसरे कार्य का निष्पादन कर रहे हैं. प्राथमिक विद्यालय बुदेल में पदस्थापित कैलाश कुमार सदर प्रखंड कार्यालय में जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र, निर्वाचन सहित विभिन्न कार्यो का निष्पादन करने में सहयोग कर रहे हैं. प्रखंड कार्यालय में कई अन्य विद्यालय के शिक्षक भी प्रतिनियोजित हैं.
केस स्टडी – दो
डंडखोरा प्रखंड अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय रामपाड़ा में पदस्थापित शिक्षक संजय कुमार विश्वास डंडखोरा प्रखंड कार्यालय में विभिन्न सरकारी कार्यो के निष्पादन में सहयोग करते हैं. इसी तरह कदवा, बारसोई आदि प्रखंड कार्यालय में शिक्षकों से विभिन्न तरह के कार्य लिये जा रहे हैं. जिले में शिक्षकों को बीएलओ के कार्य में लगाया गया है.
कहते हैं डीइओ
जिला शिक्षा पदाधिकारी श्रीराम सिंह ने कहा कि प्रधान सचिव के निर्देश के आलोक में शिक्षा विभाग के विभिन्न कार्यालयों प्रतिनियोजित शिक्षकों को उनके मूल पदस्थापित जगह पर भेज दिया गया है. प्रशासनिक कार्यालयों में प्रतिनियोजित शिक्षकों के लिए वह जिला पदाधिकारी से परामर्श करेंगे, फिर कमद उठायेंगे.
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