आज होगा शहीद स्मारक के लिए स्थान का चयन
मोहनिया(सदर) : रविवार की दोपहर के बाद शहीद महेंद्र राम का अंतिम संस्कार बक्सर में गंगा नदी के तट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया. प्रशासनिक पदाधिकारियों की उपस्थिति में आठ राइफलों से तीन चक्र गोलियां दाग तिरंगे में लिपटे कैमूर के इस लाल को जवानों ने अंतिम सलामी दी. अपने वीर पिता की चिता को बड़े पुत्र अजीत कुमार ने मुखाग्नी दी.
शहीद के वृद्ध पिता सहित परिजन व गांव के लोग उपस्थित थे. चिता स्थल से शहीद के अस्थि का भस्म लाया गया है, जिससे गांव में सरकारी भूमि का चयन कर उनकी याद में शहीद स्मारक का निर्माण कराया जायेगा. डीएम ने शहीद स्मारक के निर्माण के लिए स्थल का चयन कर जमीन आवंटित करने का आदेश सीओ को दिया है. डीएम के आदेश पर शहीद स्मारक के लिए सोमवार को स्थल का चयन किया जायेगा.
शव लानेवाले जवान
शहीद के पार्थिव शरीर को लाने वालों मे बीएसएफ हजारीबाग के डिप्टी कमांडेंट मनीष साह, बीएसएफ 64 बटालियन के सब इंस्पेक्टर ललन राम, एनडीआरएफ के सब इंस्पेक्टर कमलेश कुमार, भूपेंद्र सिंह, धर्मेंद्र सिंह, रवींद्र तिवारी, विजय कुमार सिंह, वनसोदे दीपक व दामू नामक जवान शामिल थे.
शव के अंतिम संस्कार के लिए साथ गये बीडीओ व सीओ
शहीद के शव को अंतिम संस्कार के लिए बक्सर स्थित चरित्र वन ले जाया गया. जहां शहीद के बड़े पुत्र अजीत कुमार ने अपने दिवंगत पिता को मुखाग्नि दी. डीएम के आदेश पर शव के साथ आयें सभी जवानों के साथ नुआंव बीडीओ विनोद कुमार प्रसाद व सीओ अलख निरंजन यादव प्रशासनिक तौर पर साथ में थे.