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कहीं व्यक्तित्व, तो कहीं विकास है मुद्दा
पुसौली(कैमूर) : पंचायत चुनाव के चौथे चरण के लिए छह मई को होनेवाले चुनाव में चल रही तैयारी में प्रत्याशियों द्वारा सभी प्रकार के हथकंडे अपनाये जा रहे हैं. मतदाताओं में भी चुनाव को लेकर काफी उत्सुकता है. पुसौली बाजार की सभी सात पंचायत क्षेत्रों में से तीन पंचायत में जहां मुखिया पद के लिए […]
पुसौली(कैमूर) : पंचायत चुनाव के चौथे चरण के लिए छह मई को होनेवाले चुनाव में चल रही तैयारी में प्रत्याशियों द्वारा सभी प्रकार के हथकंडे अपनाये जा रहे हैं. मतदाताओं में भी चुनाव को लेकर काफी उत्सुकता है. पुसौली बाजार की सभी सात पंचायत क्षेत्रों में से तीन पंचायत में जहां मुखिया पद के लिए विकास का मुद्दा है, तो शेष चार मुखिया पद के लिए व्यक्तित्व की लड़ाई तय मानी जा रही है. वही कुदरा जिला पार्षद एक से भी आधा दर्जन प्रत्याशी खड़े हैं.
इसमें विकास और व्यक्तित्व दोनों मुद्दों पर प्रत्याशी वोट मांग रहे है.जिन पंचायतों में हैं विकास के मुद्दे: घटाव, खरहना व सिसवार पंचायत में विकास का मुद्दा हावी है, क्योंकि आरक्षण सीट होने के बाद निर्वतमान मुखिया चुनाव नहीं लड़ रहे हैं. इसलिए विकास के नाम पर चुनावी रणनीति बन रही है. पंचायत क्षेत्र के घटाव निवासी मुन्ना सिंह, फकराबाद के सुनील पांडेय सहित अन्य कहते हैं कि क्षेत्र के विकास की बात सभी कर रहे हैं. वहीं घटाव में अनुसूचित जाति के खाते में आये मुखिया पद पर नये चेहरों के बीच घमासान है. पंचायत के अरविंद सिंह सहित अन्य का कहना है कि सभी प्रत्याशी विकास के एजेंडे पर मतदाता को लुभाने की कोशिश में हैं.
उधर खरहना पंचायत क्षेत्र में मुखिया पद अति पिछड़ा के खाते में है. यहां सबसे अधिक 18 प्रत्याशी अपना भाग्य आजमा रहे हैं. इसमें वर्तमान सरपंच विमल कुमार मैदान में हैं. साथ ही युवा प्रत्याशी के रूप में अशोक चौरसिया भी भाग्य अजमा रहे हैं. पंचायत के मनीष कुमार समेत अन्य की माने तो सभी विकास के मुद्दे को सबसे सुरक्षित चुनावी हथियार समझ रहे हैं.
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