भभुआ कार्यालय : स्वास्थ्य विभाग जब स्वास्थ्य के क्षेत्र में जमीनी स्थिति को ठीक नहीं कर पाया तो अब आंकड़ों के फर्जीवाड़ा में जुट गया है. इसका खुलासा बुधवार को डीएम नवल किशोर चौधरी के नेतृत्व में की गयी समीक्षा बैठक में हुआ. स्वास्थ्य विभाग के तरफ से चलाये जानेवाले सभी कार्यक्रमों में प्रखंडवार क्या स्थिति है इसकी रिपोर्ट डीएम के समक्ष स्लाइड के जरिये दिखायी जा रहा थी.
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स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा में सामने आया फर्जीवाड़ा
भभुआ कार्यालय : स्वास्थ्य विभाग जब स्वास्थ्य के क्षेत्र में जमीनी स्थिति को ठीक नहीं कर पाया तो अब आंकड़ों के फर्जीवाड़ा में जुट गया है. इसका खुलासा बुधवार को डीएम नवल किशोर चौधरी के नेतृत्व में की गयी समीक्षा बैठक में हुआ. स्वास्थ्य विभाग के तरफ से चलाये जानेवाले सभी कार्यक्रमों में प्रखंडवार क्या […]
इस दौरान बच्चों को जन्म लेने के बाद एक घंटे के अंदर मां का दूध पिलाने की जो रिपोर्ट स्क्रीन पर दिखायी गयी उसे देख कर बैठक में मौजूद सभी अधिकारी चौक गये. जिले के 11 में से 10 प्रखंडों में जन्म लेनेवाले सभी बच्चे चाहे अस्पताल में जन्म हो या घर पर उन्हें एक घंटे के अंदर मां के द्वारा दूध पिलाया गया.
10 प्रखंड में रिपोर्ट 100 प्रतिशत है. एक प्रखंड सिर्फ भगवानपुर में 86 प्रतिशत है. स्वास्थ्य विभाग के नोडल अफसर अमरेश कुमार अमर व डीआरडीए ने उक्त आंकड़ें पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि यह कैसे संभव है कि अस्पताल या घर कहीं भी बच्चा जन्म लिया है उसे जन्म के एक घंटे के अंदर मां का दूध पिलाया गया.
पूरे बिहार का औसत आंकड़ा 60 प्रतिशत है. कैमूर में भी उनकी संस्था केयर इंडिया ने पड़ताल की तो हकीकत 67 प्रतिशत है. कैमूर में 67 प्रतिशत बच्चों को ही जन्म के एक घंटे के अंदर मां का दूध पिलाया गया है.
केयर इंडिया के डीटीएल ने बैठक में स्पष्ट तौर पर कहा कि उक्त आंकड़ा फर्जी है और गलत रिपोर्ट तैयार किया गया है. बैठक में उक्त आंकड़े के फर्जीवाड़ा का खुलासा होने के बाद समीक्षा बैठक ले रहे पदाधिकारियों का स्वास्थ्य विभाग के अन्य आंकड़ों पर भी सवाल खड़ा होने लगा है.
दो बीएचएम व दो बीसीएम के वेतन पर लगायी गयी रोक
डीएम ने समीक्षा बैठक में काम में लापरवाही को लेकर दुर्गावती व मोहनिया के बीएचएम जयप्रकाश सिंह व संदेश कुमार व दो बीसीएम मोहनिया के शिवानंद पांडेय व नुआंव के पंकज कुमार के वेतन पर रोक लगा दी है.
उक्त बीएचएम व बीसीएम के वेतन पर रोक विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों में खराब प्रदर्शन को लेकर लगाया गया है. बैठक में डीएम नवल किशोर चौधरी के अलावे सिविल सर्जन डॉ अरुण कुमार तिवारी, नोडल अफसर अमरेश कुमार अमर, डीआरडीए डायरेक्टर सहित सभी उपाधीक्षक एवं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी मौजूद रहें.
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