भभुआ : नुआंव की एक सीएसपी संचालिका ने स्थानीय पीएनबी बैंक के मैनेजर पर सीएसपी का कोड खोलने के नाम पर छेड़खानी व चेंबर में बुला कर अश्लील हरकत करने का केस महिला थाने में दर्ज कराया है. संचालिका ने महिला थाने में दर्ज करायी गयी प्राथमिकी में बताया है कि वह नुआंव में पीएनबी बैंक के माध्यमसे सीएसपी चलाती है. लेकिन, इधर पूर्व मैनेजर का तबादला हो जाने के चलते उनका कोड बंद कर दिया गया. पूर्व मैनेजर के बदली हो जाने पर पीएनबी नुआंव में नये मैनेजर कुलदीप जायसवाल की नियुक्ति हुई. इस बीच उन्हें एक दिन बैंक का गार्ड गया सुद्दीन और बैंक रिकवरी एजेंट मनीष कुमार उसे बुलाने आये कि आपको मैनेजरसाहब ने आपको ब्रांच में बुलाया है.
15 मई को वह दोपहर एक बजे जब ब्रांच स्थित मैनेजर के कमरे में पहुंची, तो अकेले पाकर वह अश्लील बातें और उनके साथ छेड़-छाड़ करने लगे. इस दौरान मैनेजर उसे अपने साथ काम करने का प्रलोभन देते हुए प्रताड़ित करने लगे. जब भी वह बैंक कोड खोलवाने के उद्देश्य से बैंक जाती, तो मैनेजर उनके साथ अश्लील हरकत करते हुए उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करते रहे और कोड दिलाने के नाम पर उसे ब्लैकमेल करते रहे.
मैनेजर इस बीच उससे फोन पर भी उससे अश्लील बातें करते थे, जो रिकॉर्ड है. इस बीच उन्होंने दो अगस्त को उसे धमकी भी दी कि अगर किसी से कुछ कहा, तो उसे गोली मरवा देंगे और उसका सीएसपी कोड भी नहीं खुलेगा. इस धमकी पर उसने तीन अगस्त को ई-मेल द्वारा बैंक सर्किल हेड पटना, चीफ मैनेजर आरा, एजीएम आरा और एलडीएम भभुआ को बैंक मैनेजर के हरकतों की जानकारी उपलब्ध करायी. लेकिन, किसी भी स्तर पर किसी भी अधिकारी द्वारा उक्त रंगीन मिजाज बैंक मैनेजर पर कोई भी कार्रवाई नहीं की गयी.
बैंक मैनेजर द्वारा फोन करके भी उन्हें परेशान किया जा रहा है. पीड़ित सीएसपी संचालिका का आवेदन में कहना था कि बैंक गार्ड गया सुद्दीन और बैंक रिकवरी एजेंट मनीष कुमार भी आरोपित बैंक मैनेजर से मिले हुए है और वह भी मैनेजर की बातों को मान लेने का दबाव डालते रहे. इस मामले में महिला थानाध्यक्ष कुमारी अंचला का कहना था कि सीएसपी संचालिका के आवेदन पर बैंक मैनेजर सहित दो लोगों के खिलाफ प्राथमि की पंजीकृत कर ली गयी है. स्वयं उनके द्वारा इस मामले की जांच की जा रही है.