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भभुआ : सीजन का सबसे गर्म दिन रहा रविवार, पारा 43 के पार
भभुआ सदर : मई की शुरुआत भीषण गर्मी के साथ हो चुकी है. 43 डिग्री तापमान के साथ रविवार मौसम का सबसे गर्म दिन रहा. दिनभर चली गर्म हवाओं व लू के थपेड़ों ने शहर के लोगों को घरों में कैद रहने को मजबूर कर दिया. घरों से बाहर निकलनेवालों को चिलचिलाती और असहनीय धूप […]
भभुआ सदर : मई की शुरुआत भीषण गर्मी के साथ हो चुकी है. 43 डिग्री तापमान के साथ रविवार मौसम का सबसे गर्म दिन रहा. दिनभर चली गर्म हवाओं व लू के थपेड़ों ने शहर के लोगों को घरों में कैद रहने को मजबूर कर दिया. घरों से बाहर निकलनेवालों को चिलचिलाती और असहनीय धूप का सामना करना पड़ा. वैसे भी मौसम विभाग ने मई-जून में रिकॉर्ड गर्मी की संभावना जतायी है.
इसके चलते मई महीने के दूसरे सप्ताह की शुरुआत होने से पहले ही सूर्यदेव के तेवर अपना रंग दिखाने लगे हैं. तापमान पर नजर डालें तो महीने की पहले सप्ताह के अंतिम दिन की शुरुआत गर्म हवा और प्रचंड धूप के साथ हुई है. आनेवाले दिनों में न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी के साथ गर्मी बढ़ने की संभावना है. इसलिए जरूरी है कि लोग इस भीषण गर्मी व बीमार करनेवाली धूप से एहतियात बरते.
अभी तपिश से राहत मिलने की उम्मीद नहीं : रविवार को इस सीजन का सबसे गर्म दिन के चलते सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा. गर्म हवाओं और धूप से लोग बेहाल रहे और जरूरत पड़ने पर ही घर से निकले. हालांकि, शादी विवाह के भी दिन होने की वजह से कुछ दुकानों पर लोग खरीदारी करते दिखे. लेकिन, धूप की वजह से उनकी भी हालत पतली रही. वैसे जिले में स्थित सांख्यिकी विभाग की माने तो रविवार को जिले का अधिकतम तापमान 43 डिग्री दर्ज किया गया. जबकि, न्यूनतम तापमान भी 29 डिग्री जा पहुंचा. अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी के चलते लोगों को रविवार को प्रचंड धूप व गर्मी की मार झेलनी पड़ी. जबकि, 18 किलोमीटर के रफ्तार से चल रही हवाओं के गर्म थपेड़ों से आमजन पूरी तरह से बेहाल रहे. एक दिन पहले जहां अधिकतम तापमान 41 डिग्री व न्यूनतम तापमान 25 डिग्री दर्ज किया गया था. इससे पहले तापमान 38 डिग्री तक रहा था. आनेवाले दिनों में भी तपिश से राहत मिलने की उम्मीद नहीं दिखायी पड़ रही है और न ही लोगों को प्रचंड गर्मी से मई महीने और ना ही जून के महीने में राहत मिलने जा रही है.
हिट वेव से रुक सकती है दिल की धड़कन : मौसम विज्ञान केंद्र की मानें तो इस तरह हिट स्ट्रोक से हर्ट पर असर पड़ता है. इसलिए ऐसे मौसम में लोगों को लगातार दो घंटे से अधिक धूप में काम नहीं करना चाहिए. क्योंकि, प्रचंड धूप से बॉडी पर रेडिएशन का असर अधिक पड़ता है और सांस लेने की रफ्तार धीमी पड़ती जाती है. हिट स्ट्रोक की स्थिति में लगातार चार से पांच घंटे तक कम करने पर हर्ट अटैक भी आ सकता है. मौसम वैज्ञानिक शैलेंद्र सिंह कहते हैं कि जिले का पारा अधिकतम स्तर पर पहुंच रहा है. अगले दो से तीन दिनों में एक से दो डिग्री तक अभी और बढ़ने के आसार हैं. इसके चलते जिले का तापमान अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच सकता है. इसलिए मई और जून की गर्मी से लोगों को फिलहाल बच कर रहना होगा.
खान-पान का रखें ध्यान, आंखों की करें सुरक्षा
भभुआ सदर. गर्मी के इस प्रचंड मौसम में पारा चढ़ने के साथ साथ डायरिया सहित अन्य बीमारियां भी दस्तक देने लगी हैं. इससे अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ने लगी हैं. अस्पतालों में दस्त, पेटदर्द, उल्टी से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ गयी हैं. सदर अस्पताल के डॉक्टर डॉ विनय कुमार तिवारी इस मौसम में बचाव संबंधी जानकारी देते हुए बताते हैं कि गर्मी के इस मौसम में खासकर शादी विवाह सहित अन्य कार्यक्रम में खान-पान का खास ख्याल रखे जाने की जरूरत है. गर्मी के मौसम में मसालेदार भोजन शरीर को नुकसान पहुंचाता है. इस मौसम में हल्का भोजन व पानी अधिक पीना चाहिए. इसके अलावे फलों का सेवन शरीर को राहत देता है. खीरा, तरबूज, बेल सहित पानी वाले फल पानी की कमी को पूरा करते हैं. कहा कि गर्मी के मौसम में सूती कपड़े लोगों को काफी राहत देती है. इसलिए गर्मी में लोगों को सूती कपड़े ही पहनना चाहिए. इससे लोगों को राहत मिलती है. जानकारों का भी कहना होता है कि इस मौसम में हल्के रंग के कपड़े पहनना चाहिए. उधर, सदर अस्पताल के आयी स्पेशलिस्ट डॉ राजू लाल का कहना था कि गर्मी के मौसम में तेज धूप से निकलने वाली अल्ट्रावाइलेट किरणें आंखों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाती है. इससे एलर्जी होती है. इसलिए लोगों को घर से निकलने से पहले सूर्य की रोशनी से बचने के लिए सनग्लास पहनना चाहिए.
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