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ओडीएफ नहीं होनेवाली पंचायतों को करना होगा विकास का इंतजार
जिले की 14 ओडीएफ पंचायतों को मिले एक-एक करोड़ रुपये भगवानपुर की नौ पंचायतों की बल्ले-बल्ले भभुआ नगर : खुले में शौचमुक्त पंचायतों में अब विकास की रफ्तार दोगुनी होगी, वहीं इस अभियान में फिसड्डी साबित होनेवाली पंचायत के लोगों को विकास के लिए फिर से सरकार व अधिकारियों की तरफ टकटकी लगा कर बैठना […]
जिले की 14 ओडीएफ पंचायतों को मिले एक-एक करोड़ रुपये
भगवानपुर की नौ पंचायतों की बल्ले-बल्ले
भभुआ नगर : खुले में शौचमुक्त पंचायतों में अब विकास की रफ्तार दोगुनी होगी, वहीं इस अभियान में फिसड्डी साबित होनेवाली पंचायत के लोगों को विकास के लिए फिर से सरकार व अधिकारियों की तरफ टकटकी लगा कर बैठना होगा. क्योंकि, स्वच्छ भारत मिशन के तहत घर-घर शौचालय और स्वच्छता की व्यवस्था सुनिश्चित करने को लेकर लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान अंतर्गत क्रांतिकारी मुहिम छेड़ी जा चुकी है.
राज्य सरकार व जिला प्रशासन इस अभियान को प्राथमिकता के साथ पूरा करने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रहा है.
इस कड़ी में जहां खुले में शौचमुक्त पंचायतों का विकास प्राथमिकता से किये जाने की बात कही जा रही है. वहीं, सात निश्चय योजना के अंतर्गत हर पंचायत को मिले 45 लाख रुपये के अतिरिक्त खुले में शौचमुक्त हो चुकी पंचायतों को वार्ड की संख्या के आधार पर लगभग एक करोड़ रुपये की राशि अतिरिक्त विकास योजनाओं के लिए दी जा रही है, जिसमें जिले की कुल 14 ओडीएफ पंचायतों का इसका लाभ मिला है.
डीएम ने जनप्रतिनिधियों से की सहयोग की अपील: ओडीएफ अभियान में जिला प्रशासन को जनप्रतिनिधियों खास कर मुखिया का सहयोग नहीं मिल पा रहा.
इस मामले में अब डीएम राजेश्वर प्रसाद सिंह ने इस महाअभियान को सफल बनाने में सभी मुखिया को व्यक्तिगत रूप से पत्र जारी कर इसमें सहयोग की अपील की है. उल्लेखनीय है कि अब पंचायती राज व्यवस्था में सभी वार्डों में विकास कार्य वार्डसभा क्रियान्वयन संचालन समिति के माध्यम से होगा. लेकिन, इस तरह के कई अन्य मांगों को लेकर मुखिया संघ इसे अपने अधिकारों का हनन मानते हुए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. अब आनेवाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि ओडीएफ अभियान में जिला किस मुकाम तक पहुंच जाता है. लेकिन, खुले में शौचमुक्त होने के अनेकों फायदे तो दिखाई देने लगे हैं.
बोले डीएम
ओडीएफ होनेवाली पंचायतों में विकास कार्यों को प्राथमिकता के साथ पूरा किया जायेगा. ओडीएफ अभियान में सभी का सहयोग आपेक्षित है. इस पुनीत कार्य के लिए सभी को एकजुट होना होगा.
राजेश्वर प्रसाद सिंह, डीएम, कैमूर
भगवानपुर प्रखंड ने मारी बाजी
जिले में अब तक मात्र भगवानपुर प्रखंड और 17 पंचायतों को खुले में शौचमुक्त घोषित किया जा चुका है. सरकार के निर्देशानुसार 31 मार्च 2017 तक ओडीएफ हो चुकी 14 पंचायतों को एक करोड़ रुपये आवंटित किये गये हैं, जिसमें भगवानपुर प्रखंड की नौ पंचायतें शामिल हैं.
वहीं, चैनपुर प्रखंड की एक, रामगढ़ की दो, मोहनिया की दो और कुदरा की एक पंचायत में अब विकास की गंगा बहेगी. जिला प्रशासन ने 30 सितंबर तक भभुआ अनुमंडल को खुले में शौचमुक्त घोषित करने का निर्णय लिया है.
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