आयोजन. बौद्ध महोत्सव आज, कार्यक्रम को लेकर प्रशासनिक तैयारियां हुईं पूरी
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घेजन में आज जुटेंगे 25 देशों के बौद्धिष्ट
आयोजन. बौद्ध महोत्सव आज, कार्यक्रम को लेकर प्रशासनिक तैयारियां हुईं पूरी जहानाबाद/रतनी : घेजन गांव स्थित बौद्ध मठ में बुधवार को बौद्ध महोत्सव का आयोजन होगा. महात्मा बुद्ध निर्माण समिति के तत्वावधान में आयोजित महोत्सव में 25 देशों के बौद्धिष्ट भाग लेंगे. वहीं सूबे के विधि मंत्री कृष्णनंदन वर्मा, पशुपालन मंत्री अवधेश कुमार सिंह, पंचायती […]
जहानाबाद/रतनी : घेजन गांव स्थित बौद्ध मठ में बुधवार को बौद्ध महोत्सव का आयोजन होगा. महात्मा बुद्ध निर्माण समिति के तत्वावधान में आयोजित महोत्सव में 25 देशों के बौद्धिष्ट भाग लेंगे. वहीं सूबे के विधि मंत्री कृष्णनंदन वर्मा, पशुपालन मंत्री अवधेश कुमार सिंह, पंचायती राज्य मंत्री कपिलदेव कामत भी महोत्सव में शिरकत करेंगे. महोत्सव के संबंध में समिति के अध्यक्ष विंदेश्वर पासवान एवं सचिव विकासचंद्र मिश्र ने बताया कि महोत्सव की अध्यक्षता बोधगया नगर पंचायत अध्यक्ष अशोक भंते करेंगें. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में चीन के यूं पइयालिंकारा एवं दलाईलामा के प्रतिनिधि सह नालंदा टेंपल के अध्यक्ष पेंजी लामा उपस्थित रहेंगे. इसके अलावा श्रीलंका, जापान, वर्मा, थाईलैंड, मंगोलिया, बंग्लादेश सहित कई देशों से बौद्धिष्ट महोत्सव में शामिल होंगे.
कार्यक्रम के दौरान बुद्ध मुर्ति की पूजन के साथ बौद्धिष्टों द्वारा बुद्ध का उपदेश भी दिया जायेगा. कार्यक्रम को लेकर बुद्ध मुर्ति के समीप पंडाल निर्माण के साथ ही पेयजल, शौचालय के अलावा अन्य सुविधाएं उपलब्ध करायी गयी है. मुखिया रेशमी देवी ने बताया कि कार्यक्रम में भाग लेने आ रहे अतिथियों को किसी प्रकार की परेशानी न हो इसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है. उल्लेखनीय है कि राजा बिम्बिसार के समय घेजन में बौद्ध समूह की स्थापना की गयी थी जो लगभग 19 एकड़ में फैला हुआ है. यहां की अधिकांश मूर्तियां कलकत्ता संग्रहालय में पड़ा हुआ है. जनश्रुतियों के अनुसार छठि शताब्दि में महात्मा बुद्ध जब कपिलवस्तु से गया की ओर जा रहे तब घेजन गांव में पांच दिनों तक रूक कर अपने अनुयायियों के साथ यहां के ग्रामीणों को शांति व सद्भावना का संदेश दिया था. भगवान बुद्ध के इस विश्राम स्थल को मगध सम्राट बिंबिसार द्वारा बौद्ध मठ के रूप में विकसित किया गया था. जो कालान्तर में खंडहर में तब्दील हो चुका है. गांव स्थित बौद्ध मठ में गरूड़ासन अवस्था में भगवान बुद्ध की दो मुर्तियां आज भी बौद्ध भिक्षुओं और आम लोगों के लिए श्रद्धा का केंद्र बना है. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने भी इसे सुरक्षित स्मारक घोषित कर ऐतिहासिक विरासत के रूप में स्थान दिया गया है. इस ऐतिहासिक स्थल की जानकारी होने पर पूर्व में जापान सरकार के मंत्री शाटोमिशन यहां पहुंचे थे तथा ग्रामीणों से विस्तृत जानकारी प्राप्त कर आवश्यक कागजात हासिल कर बौद्ध मठ के विकास का आश्वासन दिया था. लेकिन आज भी बौद्ध मठ का विकास नहीं हो पाया है. महोत्सव के संबंध में बीडीओ मुकेश कुमार ने बताया कि कार्यक्रम की प्रशासनिक तैयारियां पूरी कर ली गयी है. दो मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति के साथ ही पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गयी है. इधर ग्रामीणों का कहना है कि अगर घेजन गांव को बौद्ध सर्किट से जोड़ दिया जाय तो यहां का विकास होने के साथ ही पर्यटक भी आने लगेंगे जिससे रोजगार की संभावना भी बढ़ेगी. महोत्सव के दौरान इसकी मांग भी की जायेगी.
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