मातम. घोसी के मेटरा गांव के पास मिले शव की हुई पहचान
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मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में निकला शव
मातम. घोसी के मेटरा गांव के पास मिले शव की हुई पहचान जदयू के प्रांतीय नेता रामकिशोर सिंह का पुत्र था युवक रितुराज सात दिन पूर्व डस्टर वाहन सहित अपहरण कर की गयी थी हत्या जहानाबाद : जिले के घोसी थाना क्षेत्र के मेटरा गांव के समीप एक सप्ताह पूर्व हत्या कर फेंके गये युवक […]
जदयू के प्रांतीय नेता रामकिशोर सिंह का पुत्र था युवक रितुराज
सात दिन पूर्व डस्टर वाहन सहित अपहरण कर की गयी थी हत्या
जहानाबाद : जिले के घोसी थाना क्षेत्र के मेटरा गांव के समीप एक सप्ताह पूर्व हत्या कर फेंके गये युवक के शव की पहचान हो गयी है. युवक रितुराज नालंदा जिले के हरनौत थानांतर्गत छतियाना गांव के निवासी और जदयू के प्रांतीय नेता रामकिशोर प्रसाद सिंह का पुत्र था. रामकिशोर सिंह बिहार प्रदेश जनता दल यू के महासचिव थे और वर्तमान में जदयू के वरिष्ठ नेता के रूप में पार्टी में सक्रिय हैं. अपने पुत्र की हत्या हो जाने और जहानाबाद के घोसी क्षेत्र में उसकी लाश मिलने की सूचना पाकर शनिवार को वे अपने कई लोगों के साथ यहां आये.
कानूनी प्रक्रिया के तहत दंडाधिकारी के रूप में प्रतिनियुक्त सदर अंचल के सीओ नीरज कुमार और घोसी थाने के दारोगा कौशलेंद्र कुमार की मौजूदगी में युवक का शव जहानाबाद दरधा नदी गौरीघाट के समीप जमीन से निकाला गया. बता दें कि 31 जुलाई को मेटरा गांव के समीप बधार में उक्त युवक का शव फेंका हुआ था. उसे गोली मार कर हत्या की गयी थी और शव के पास एक पिस्तौल भी पुलिस ने जब्त की थी. पोस्टमार्टम कराने के बाद पहचान के लिए दो दिनों तक शव को रखा गया था लेकिन शिनाख्त नहीं होने पर शव को गौरी घाट के समीप जमीन में दफन कर दिया गया था. शनिवार को युवक गाड़ा हुआ शव निकालते ही उसके परिजनों में कोहराम मच गया. जदयू नेता अपने पुत्र का शव लेकर दाह-संस्कार के लिए अपने साथ ले गये.
एक सप्ताह पूर्व वाहन समेत पटना से किया गया था अपहरण :खबर के अनुसार युवक रितुराज अपने पिता के साथ पटना में रहते थे. वे पटना में कंकड़बाग के समीप संचालित केंद्रीय विद्यालय के पास डेस्टीनेशन क्लासेज नामक कोचिंग संस्थान का संचालन करते थे. इसके अलावा आरा में ओवरब्रिज के पास भी उनका एक कोचिंग संस्थान था. युवक के पिता जदयू नेता ने बताया कि वे पटना में रामनगरी मोड़ (आशियाना) के समीप मकान में अपने परिवार के साथ रहते हैं. उनका पुत्र भी साथ रहता था. 30 जुलाई, 2016 को वह अपने डस्टर वाहन के साथ यह कह कर घर से निकला था कि चार दिनों के लिए बाहर जा रहे हैं. उस वक्त उन्होंने उसे एक हजार दो सौ रुपये भी दिये थे. उसके पास एटीएम कार्ड भी था.
इस कारण ज्यादा पैसे लेने से इनकार किया था. 30 जुलाई को मोबाइल फोन पर पिता पुत्र के बीच बातें भी हुई थी. इसके बाद से उसका मोबाइल स्वीच ऑफ मिलने लगा. बताया जाता है कि अपराधियों ने वाहन समेत उसका अपहरण किया और गोली मार कर हत्या करने के बाद लाश को घोसी के मेटरा गांव के समीप लाकर फेंक दिया था.
युवक से मांगी गयी थी रंगदारी:अपने पुत्र की अपहरण के बाद हत्या किये जाने के मामले में जदयू नेता का कहना है कि पूर्व में कुछ युवकों ने उसके बेटे से बतौर रंगदारी के रूप में रुपये की मांग की थी. कोचिंग संस्थान जम जाने के बाद असामाजिक तत्वों ने प्रतिमाह 10 हजार रुपये रंगदारी देने का फरमान जारी किया था. इसकी सूचना रितुराज ने अपने पिता को दी थी. उन्होंने आशंका व्यक्त की है कि इसी उद्देश्य से उसका अपहरण कर अपराधियों ने हत्या कर दी.
हालांकि इस मामले में पुलिस कुछ अन्य बिंदुओं पर भी तहकीकात कर रही है. जहानाबाद पुलिस प्रशासन और पटना प्रशासन के संयुक्त प्रयास से इस मामले का खुलासा किये जाने का प्रयास चल रहा है. खबर के अनुसार इस सिलसिले में पटना पुलिस ने तीन युवक और एक युवती को हिरासत में लिया है. उससे पूछताछ की जा रही है.
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