धमौल : आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 11 इन दिनों पशुओं व जुआरियों का अड्डा बना हुआ है. हालांकि इस मामले की जानकारी विभाग को है. परंतु किन परिस्थितियों में इन पर कार्रवाई नहीं की जा रही है, यह कह पाना मुश्किल है. आंगनबाड़ी केंद्र केवल नाम का है. इस केंद्र की सेविका पूनम कुमारी अपने आवास पर ही केंद्र का संचालन करती हैं. हालांकि उनकी इच्छा है कि नवनिर्मित केंद्र में ही केंद्र का संचालन करें.
परंतु वर्तमान समय में पशु चिकित्सा केंद्र के संचालन होने से बात आगे नहीं बन पा रही है. ग्रामीणों की मानें तो पूर्व में ही केंद्र का निर्माण किया गया था. तत्कालीन मुखिया सुनैना देवी द्वारा केंद्र को विषम परिस्थिति में सरकारी भवन नहीं रहने के कारण पशु चिकित्सा केंद्र को सौंपा गया. अब तक यह भवन पशु चिकित्सा केंद्र के ही अधीन है. मामले को लेकर सीडीपीओ अंजली कुमारी व तत्कालीन सीडीपीओ रीता कुमारी सिन्हा द्वारा कई बार पत्र लिखकर भवन को खाली कराने के लिए बीडीओ रवि जी, सीओ राजेश रंजन सहित जिले के वरीय अधिकारियों को भी गुहार लगायी गयी.
उस पर कोई कारवाई नहीं हो पायी है. इस संबंध में जिला पशुपालन पदाधिकारी श्याम सुंदर प्रसाद ने बताया कि यह मामला हमारे संज्ञान में नहीं है. संज्ञान में आने के बाद शीघ्र ही खाली करा दिया जायेगा. ग्रामीणों का कहना है कि धमौल में आज भी कई आंगनबाड़ी केंद्र ऐसे हैं, जिसका भवन का निर्माण तो कर लिया गया है.