जहानाबाद (नगर) : गों का त्योहार होली प्राचीन लोक परंपरा एवं भारतीय संस्कृति को जीवंत करती है. होली आपसी सद्भाव व प्रेम का पर्व है. भाजपा महिला मोरचा द्वारा प्रदेश महामंत्री इंदू कश्यप के नेतृत्व में होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया. पीपीएम स्कूल में आयोजित होली मिलन समारोह में पार्टी के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे को रंग-गुलाल लगा कर होली की बधाई दी. इस अवसर पर होली गीत का भी गायन हुआ.
समारोह में जिलाध्यक्ष पूनम सिन्हा, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य राधामोहन शर्मा, नरेश कुमार, ज्योतिमणि, सुमित्रा देवी, आरती देवी सहित कई नेता व कार्यकर्ता शामिल थे. वहीं मारवाड़ी धर्मशाला में महागंठबंधन के तत्वावधान में विधायक मुंद्रिका सिंह यादव के नेतृत्व में सर्वधर्म रंगोली सह होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में मुसलिम समुदाय के लोगों ने भाग लिया़ विधायक ने कहा कि होली का पर्व अधर्म पर धर्म की विजय है. पर्व को शांतिपूर्वक मनाने पर ही आनंद मिलता है. कार्यक्रम के दौरान व्यास जहेंद्र और ब्रजमोहन द्वारा होली गीत गाये गये. इस दौरान विधायक ने ढोलक पर थाप दी और झाल बजा कर झूमते दिखे. होली मिलन समारोह में परमहंस राय कामेश्वर सिंह, जयप्रकाश चंद्रवंशी, विजय मंडल, छत्रधारी यादव, संजय यादव, सुदय यादव, भोली यादव, एकबाल लीडर, रफी अहमद सहित कई लोग शामिल थे. इधर जहानाबाद डेवलपमेंट कमेटी द्वारा इंडोर स्टेडियम परिसर में फागरंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
कार्यक्रम के दौरान पांच गांवों से आये फाग गायन मंडली ने ग्रामीण फगुआ गाकर लोगों को आनंदित कर दिया. वहीं होरिलगंज स्थित बाल विद्या मंदिर में होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया जिसमें बच्चों ने एक दूसरे को अबीर-गुलाल लगाकर होली की शुभकामनाएं दीं. विद्यालय परिवार द्वारा होली की शुभकामनाएं देते हुए मिल-जुल कर पर्व मनाने का संदेश दिया गया. समारोह में विद्यालय के प्राचार्य अक्षय कुमार, प्रिंस कुमार, सुजीत कुमार, पूनम सिन्हा, सरोज कुमारी, अनिता कुमारी, नूतन सिन्हा आदि शामिल थे. सदर प्रखंड के सांई सेंट्रल पब्लिक स्कूल पंडुई में होली मिलन सह महामूर्ख सम्मेलन का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रशासक सुभाष प्रसाद सिंह द्वारा किया गया.
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि नशे में लिप्त लोगों को मुख्यधारा से जोड़ना हमारी नैतिक जिम्मेवारी है. कार्यक्रम के दौरान रालोसपा नेता प्रवीण कुमार को महामूर्खाधिपति सम्राट, संतोष श्रीवास्तव को मूर्खाधिपति, राजेंद्र कुमार को मूर्खाधिराज, सुभाष प्रसाद सिंह को मूर्खशिरोमणि, नवल किशोर शर्मा को दिग्भ्रमित मूर्ख, शशिभूषण शर्मा को मूर्खराज, विशाल कुमार को गुरुघंटाल की उपाधि से सम्मानित किया गया.