जहानाबाद : जिले में शहर से लेकर गांव स्तर तक नाली-गली का निर्माण कर विकास को नया आयाम दिया जा रहा है. वहीं, शहर का हर्ट माने जानेवाले अरवल मोड़ की पश्चिमी दिशा में गुजरनेवाला खुला नाला आम आदमी का परेशानी का सबक बना है. अरवल-जहानाबाद एनएच 110 पर रेलवे पुल के निकट आये दिन आम आदमी दुर्घटना का शिकार होते हैं.
खुले नाले के बीच प्रत्येक दिन हजारों लोगों का आना-जाना लगा रहता है. लेकिन, नगरपालिका के अधिकारियों को आम लोगों के परेशानी से कोई लेना-देना नहीं है. पटना-गया रेलमार्ग से पूरब सटे नयाटोला पश्चिम दिशा में दक्षिणी दौलतपुर, उतरी दौलतपुर, बाजार समिति, सत्संग नगर, पटेल नगर, काली नगर भागीरथ बिगहा, सहित कई ऐसे दर्जनों मुहल्ला के लोगों को मुख्य मार्ग से सुबह शाम आना-जाना लगा रहता है. शहर की घनी आबादी से लेकर पश्चिमी दिशा के ग्रामीण क्षेत्रों के सैकड़ों गांव के लोगों का मुख्य रास्ता रहने के कारण इसी रास्ते से गुजरना पड़ता है.
फुटपाथ की व्यवस्था नहीं रहने के कारण शहर से लेकर गांव तक के लोग रेलवे अंडर पास के नीचे बने नाले के सहारे ही लाइन पास कर अपने घर तक पहुंचते हैं. लेकिन, पुल से सटे पूरब नाले के खुले रहने एवं अधिक भीड़ भाड़ की वजह से आये दिन कोई -न- कोई यात्री नाले में गिरते नजर आते हैं. पुल से सटे पूरब दक्षिण दिशा की ओर नयाटोला की तरफ जानेवाला रास्ता खुले नाले की वजह से पार करना काफी खतरनाक हो गया है.
खुले नाले की वजह से मोटरसाइकिल सवार का गुजरना खतरे से खाली नहीं दिखता. बीते दिन शहर के अरवल मोड़ निवासी ओम शर्मा की मोटरसाइकिल नयाटोला की तरफ जाने के क्रम में नाला पार करते समय पलट गयी. मोटरसाइकिल पलटने व नाले में गिरने की वजह से हल्की चोट आ गयी. बाद में आस-पास के लोगों के सहयोग से मोटरसाइकिल उठायी गयी एवं बुरी तरह से नाले के कीचड़ से लेटे व्यक्ति को साफ कराया गया. इसी तरह पूर्व में भी नेरिया वगाही निवासी राजेंद्र सिंह को भी उक्त नाले में गिरने के कारण पैर में गंभीर चोट आ गयी थी. लेकिन, आये दिन हो रही छोटी-मोटी दुर्घटनाओं को नजरअंदाज कर नगरपालिका मौन साधी है.