जहानाबाद नगर : स्टेट सोसाइटी फॉर अल्ट्रा पुअर एंड सोशल वेलफेयर समाज कल्याण विभाग द्वारा मंडल कारा के पुराने भवन में बुनियाद केंद्र का संचालन किया जा रहा है. यह बुनियाद केंद्र दिव्यांगों का सहारा बन रहा है. यहां वृद्ध, दिव्यांग एवं विधवाओं को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही है. साथ ही उन्हें उचित परामर्श भी दिया जा रहा है,
जिससे उनकी समस्याओं का निदान कराने में मदद मिल रहा है. अगस्त 2017 में खुले इस बुनियाद केंद्र में अक्तूबर माह में कर्मियों की पदस्थापना हुई थी, तभी से यहां दिव्यांगों को सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही है. बुनियाद केंद्र में दिव्यांगों, वृद्ध एवं विधवाओं को रहने व खाने-पीने के साथ ही मुफ्त उपचार की भी व्यवस्था होनी थी.
हालांकि अपना भवन नहीं होने के कारण वर्तमान में उन्हें रखने की व्यवस्था नहीं है. केंद्र में प्रतिनियुक्त कर्मियों द्वारा फीजियोथेरेपी, स्पीचथेरेपी की सुविधाएं दी जा रही है. साथ ही वहां पहुंचने वाले दिव्यांगों को दृष्टि एवं श्रवण संबंधित समस्या का इलाज, स्वास्थ्य, कानूनी सहायता, कौशल विकास रोजगार के लिए सहायता, नि:शक्तता प्रमाण-पत्र उपलब्ध कराने का प्रावधान किया गया है.
1000 से अधिक दिव्यांगों को मिली है सुविधा : बुनियाद केंद्र खुलने के बाद अब तक 1000 से अधिक दिव्यांगों को इसकी सुविधा मिल चुकी है. केंद्र में पदस्थापित कर्मी वहां आने वाले दिव्यांगों को उपलब्ध सुविधाओं के साथ ही उन्हें परामर्श देते हैं.
केंद्र में उपलब्ध है मोबाइल संजीवनी सेवा : केंद्र में मोबाइल संजीवनी सेवा उपलब्ध है. इस वैन के माध्यम से विशेषज्ञ गांव-गांव घूमकर शारीरिक विकार जैसे सेरेव्रल पल्सी, पैरालाइसिस, गठिया, जोड़ों का दर्द एवं हड्डियों को टूटने के बाद उत्पन्न जटिलताओं का निदान करते है. इस वैन के माध्यम से पंचायत स्तर पर शिविर लगाकर लोगों को उपलब्ध सुविधाएं दी जा रही है मोबाइल संजीवनी सेवा के माध्यम से 18 मई से प्रखंडों में शिविर लगाकर दिव्यांगता प्रमाणीकरण किया जायेगा.
बोले केंद्र के प्रबंधक
बुनियाद केंद्र का अपना भवन नहीं है. पुराने जेल भवन में केंद्र का संचालन हो रहा है. यहां वृद्ध, दिव्यांग एवं विधवाओं को सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं. अब तक 1000 से अधिक ऐसे लोगों को सुविधाएं उपलब्ध करायी गयी है. यहां परामर्शी के साथ विशेषज्ञों की भी प्रतिनियुक्ति की गयी है.
रीमा सिन्हा, प्रबंधक, बुनियाद केंद्र