कार्रवाई. पुलिस ने किया गिरोह का खुलासा, स्थानीय लड़कों के गिरोह ने फैलाया था आतंक
Advertisement
बाइक खरीदने के लिए साधु ने मांगी थी रंगदारी
कार्रवाई. पुलिस ने किया गिरोह का खुलासा, स्थानीय लड़कों के गिरोह ने फैलाया था आतंक शकुराबाद बाजार के व्यापारी से 15 दिसंबर को मांगी गयी थी रंगदारी ग्रिल दुकान की छत पर बनायी थी योजना रतनी : बीते कुछ दिनों पूर्व नोआवां कांड का हवाला देते हुए इलाके में आतंक फैलाने वाले गिरोह का शकुराबाद […]
शकुराबाद बाजार के व्यापारी से 15 दिसंबर को मांगी गयी थी रंगदारी
ग्रिल दुकान की छत पर बनायी थी योजना
रतनी : बीते कुछ दिनों पूर्व नोआवां कांड का हवाला देते हुए इलाके में आतंक फैलाने वाले गिरोह का शकुराबाद थाना पुलिस ने फर्दाफाश किया है. गिरोह के सभी चार सदस्यों को पुलिस दबोचने में कामयाब रही. कबूलनामे में रंगदारों ने फिरौती की रकम मांगने की बात स्वीकारी है. थानाध्यक्ष चंदन कुमार सिंह ने बताया कि अपराधियों का मोबाइल सर्विलांस पर था जिसके आधार पर गिरोह का उद्भेदन करने में पुलिस को सफलता हाथ लगी.
पकड़े गये रंगदारों में गिरोह का सरगना राहुल उर्फ साधु, गारे उर्फ गोरख चौधरी, राजेश कुमार और रंजन कुमार शामिल हैं. सबसे पहले गोरे उर्फ गोरख की गिरफ्तारी हुई और इसी की निशानदेही पर अन्य तीन अपराधी पकड़े गये. थानाध्यक्ष चंदन कुमार सिंह ने बताया कि मोबाइल को पुलिस ने सर्विलांस पर ले रखा था. उससे मिले लोकेशन के आधार पर सबसे पहले शकुराबाद बाजार के निवासी गोरे उर्फ गोरख चौधरी को गिरफ्तार किया गया. पूछताछ के दौरान उसने अपने साथियों का नाम बताया और त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस दल ने सरगना शकुराबाद बाजार के निवासी राहुल उर्फ साधु की ग्रिल दुकान से राजेश और रंजन को पकड़ा. थानाध्यक्ष ने बताया कि राहुल उर्फ साधु की ग्रिल दुकान की छत पर बैठकर रंगदारी मांगने की योजना बनायी गयी थी.
रंजन ने धमकी भरा परचा लिखा था और राजेश, साधु के साथ मिलकर तीनों ने रात में परचा दुकान के अंदर डाला था. गोरख के मोबाइल से राजेश धमकी दिया करता था. व्यवसायी से कई बार दो लाख रुपये की मांग की गयी थी. पैसा नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी जाती थी. पुलिस के समक्ष अपने स्वीकारोक्ति बयान में अपराधियों ने कबूल किया है कि साधु को बाइक खरीदनी थी लेकिन पैसे नहीं थे. रुपये के लिए चारों ने मिलकर व्यवसायी से बतौर रंगदारी के रूप में रुपये वसूलने का प्लान बनाया था. यह तय किया गया था कि यदि रुपये मिल जायेंगे तो चारों के बीच 50-50 हजार रुपये का बंटवारा होगा.
पुलिस के अनुसार अभियुक्तों के उस मोबाइल को भी जब्त किया गया है, जिससे रंगदारी मांगी जाती थी. धमकी देने के बाद अपराधियों ने सिम कार्ड को तोड़ कर फेंक दिया था. शकुराबाद बाजार निवासी ललन पंडित उर्फ गोरख पंडित से 15 दिसंबर को अभियुक्तों ने रंगदारी के रूप में दो लाख रुपये की मांग की थी. इस संबंध में थाने में अज्ञात के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करायी गयी थी.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement