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टूटे नाले के स्लैब, हो सकते हैं हादसे
हर रोज रात के अंधेरे में नाले में गिर कर चोटिल हो रहे राहगीर जहानाबाद : राजाबाजार मोड़ से बाजार समिति द्वार के बीच नाले की स्थिति बदतर हो गयी है. सड़क के दोनों छोर पर महज तीन वर्ष पूर्व बने इस नाले का अस्तित्व पर संकट मंडरा रहा है. हर रोज रात के अंधेरे […]
हर रोज रात के अंधेरे में नाले में गिर कर चोटिल हो रहे राहगीर
जहानाबाद : राजाबाजार मोड़ से बाजार समिति द्वार के बीच नाले की स्थिति बदतर हो गयी है. सड़क के दोनों छोर पर महज तीन वर्ष पूर्व बने इस नाले का अस्तित्व पर संकट मंडरा रहा है. हर रोज रात के अंधेरे में कोई न कोई राहगीर नाले में गिर कर चोटिल हो रहा है. आसपास के मुहल्लों की जलनिकासी के लिए यह नाला वरदान था.
जब इसका निर्माण शुरू हुआ, तो लोगों को दलदल से गुजरने से मुक्ति मिल गयी थी, लेकिन एक बार फिर लोग भयभीत हैं कि अगर समय रहते स्लैब को दुरुस्त नहीं किया गया तो नाले का अस्तित्व मिटना तय है और नाली का पानी देर-सवेर सड़कों पर ही बहेगा.
टूटे नाले की जद में आकर चोटिल हुए कई लोगों ने वरदान बने इस नाले को अभिशाप बता रहे हैं. जब टूटे स्लैब की तस्वीर ली जा रही थी तो मुहल्ले के लोगों की भीड़ जुट गयी. कुछ लोग तहकीकात करते हुए सवालिया लहजे में व्यंग्य भी करते रहे. लोगों का कहना था कि चाहे कुछ भी कर लो, नगर की सरकार की सेहत पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
नाले की उपयोगिता : बाजार समिति मोड़ से पश्चिम के बड़े इलाके की नाली का पानी इसी नाले से होकर अलगना पइन में गिरता है. हनुमान नगर और पटेल नगर इन दोनों मुहल्लों की जलनिकासी का एकमात्र जरिया यही नाला है. बारिश से पहले अगर नाले की उड़ाही और स्लैब का निर्माण नहीं किया गया, तो आनेवाले समय में इलाके की स्थिति फिर से बदतर हो जायेगी. लोग पुराने दिनों को याद कर अभी से ही सिहरने लगे हैं, जब उन्हें नाला नहीं रहने से सड़क पर बह रहे पानी के बीच से गुजरना पड़ता था.
वर्ष 2014 में हुआ था नाले का निर्माण
डूडा द्वारा इस नाले का निर्माण वर्ष 2014 में किया गया था. करीब 500 मीटर लंबे बने इस नाले की स्थिति आज काफी खराब है. नाले के स्लैब टूटकर बिखरने लगे हैं. अपने घरों के आगे स्लैब टूटे रहने से लोग नाले में मिट्टी व ईंट डालकर अपना रास्ता खुद बना रहे हैं. इससे जलनिकासी अवरुद्ध होता जा रहा है. बताते चलें कि सड़क के दोनों छोर पर नाले का निर्माण हुआ था और आसपास घनी आबादी बसी है. बसावट वाले इलाके में टूटकर बिखरे ये स्लैब आज लोगों के लिए मुसीबत बन गयी है. सड़क के एक छोर पर दुकानें और दफ्तरों का अंबार है, वहीं दूसरी छोर पर आवासीय बसावट है.
बोले अधिकारी
अभी तक यह मामला मेरे संज्ञान में नहीं आया है. इसकी शीघ्र जांच करायी जायेगी और जनहित के दृष्टिकोण से टूटे स्लैब को शीघ्र दुरुस्त कराया जायेगा, ताकि किसी के साथ कोई हादसा न हो. इस मामले में मुहल्ले के लोगों से भी अब तक कोई शिकायती आवेदन प्राप्त नहीं हो सका है, लेकिन अब मामला अब संज्ञान में आया है, तो समस्या को शीघ्र दूर किया जायेगा.
संजीव कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर पर्षद
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