जहानाबाद नगर : अपनी छह सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल पर गये संविदाकर्मियों को अब अपनी नौकरी जाने का डर सताने लगा है. यही कारण है कि कई हड़ताली संविदाकर्मी शनिवार को काम पर वापस लौट गये हैं. इस संबंध में सिविल सर्जन डॉक्टर विजय कुमार ने बताया कि जिले में करीब डेढ़ सौ संविदाकर्मी हड़ताल पर थे, जिनमें से आधे शनिवार को काम पर वापस लौट गये हैं. उन्होंने बताया कि हड़ताली संविदाकर्मियों से स्पष्टीकरण की मांग की गयी है.
स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं होने पर उन पर कठोर कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने बताया कि संविदाकर्मियों को हड़ताल अवधि का वेतन नहीं दिया जायेगा. हड़ताल अवधि के दौरान नो वर्क नो पेमेंट की पॉलिसी अपनायी जायेगी. सिविल सर्जन ने हड़ताली कर्मियों से आह्वान किया है कि वह शीघ्र काम पर वापस लौट जाएं. ऐसा नहीं करने पर विभाग द्वारा कार्रवाई की जायेगी. संविदाकर्मियों की हड़ताल को देखते हुए सरकार ने भी सख्त रुख अपनाते हुए स्पष्ट कर दिया है कि अगर संविदाकर्मी काम पर नहीं लौटते हैं
तो उनकी सेवा समाप्त कर दी जायेगी. सरकार के इस स्पष्ट रूप को देखते हुए शनिवार को कई हड़ताली संविदाकर्मी काम पर वापस लौट गये हैं.ऑनलाइन कार्य को छोड़ अन्य सभी कार्य हो रहे सुचारु ढंग से संविदाकर्मियों की हड़ताल के बाद धीरे-धीरे स्वास्थ्य सेवा की स्थिति सामान्य होने लगा है. शुरुआत के दिनों में तो हड़ताल का असर दिखा, लेकिन अस्पताल प्रशासन द्वारा सभी जरूरी स्थानों पर अन्य कर्मियों को तैनात करा दिया गया, जिसके बाद संविदाकर्मियों की हड़ताल का अधिक असर नहीं दिख रहा है. हालांकि ऑनलाइन कार्य पूरी तरह से प्रभावित है. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के अलावा अन्य तरह के डाटा इंट्री का कार्य नहीं हो पा रहा है, लेकिन मरीजों को मिलने वाली सुविधाएं अब सामान्य हो गयी है.