जहानाबाद : मनियावां गांव की निवासी और पंच संगीता देवी अपने को असुरक्षित महसूस कर रही है. वह डरी-सहमी हैं. उन्हें भय है कि उनके साथ अप्रिय घटना हो सकती है. उन्हें अपने पति की हत्या के मामले के आरोपितों से केस उठाने की धमिकयां मिल रही हैं. इस संबंध में महिला पंच ने स्थानीय […]
जहानाबाद : मनियावां गांव की निवासी और पंच संगीता देवी अपने को असुरक्षित महसूस कर रही है. वह डरी-सहमी हैं. उन्हें भय है कि उनके साथ अप्रिय घटना हो सकती है. उन्हें अपने पति की हत्या के मामले के आरोपितों से केस उठाने की धमिकयां मिल रही हैं. इस संबंध में महिला पंच ने स्थानीय अधिकारियों का दरवाजा खटखटाया,अपनी दास्तां सुनायी,
लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. अब उनकी आस सूबे सबसे बड़े पुलिस अधिकारी डीजीपी और राज्य के मुख्य सचिव के अलावा महिला आयोग पर टिकी हैं. इन अधिकारियों के पास उक्त महिला पंच ने आवेदन दिया है और चार माह के भीतर अपने एवं अपने परिवार के साथ हुई घटनाओं का जिक्र कर समुचित कार्रवाई की मांग की है. महिला का कहना है कि उसकी पुत्री के साथ छेड़खानी की गयी थी. इस मामले में कोर्ट में मामला दर्ज कराया गया, तो केस उठाने की धमकी दी गयी. आरोपितों का फरमान नहीं मानने पर उसकी आंखों के सामने उनके पति की गंड़ासे से काट कर हत्या कर दी गयी.
और अब हत्या का मुकदमा उठा लेने की धमकियां दी जा रही हैं.
डीजीपी ,मुख्य सचिव ,मगध प्रक्षेत्र के डीआइजी ,महिला आयोग ,जहानाबाद के डीएम और एसपी को दिये गये आवेदन में मनियावां की पंच संगीता देवी ने उल्लेख किया है कि पांच फरवरी, 2017 को दिनदहाड़े पूर्वाह्न करीब 09:15 बजे गांव केआरोपितों ने उनके पति दिनेश दास की हत्या कर दी थी. कसूर इतना था कि उनके पति ने अपनी बेटी अंजनी कुमारी के साथ की गयी छेड़खानी का विरोध किया था. हत्या के सिलसिले में मृतक के भाई संजय कुमार के बयान पर काको थाने में एफआइआर दर्ज करायी गयी थी, जिसमें रामनिधि दास ,पिंटू कुमार, धर्मवीर कुमार एवं भूषण दास समेत छह लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया था. जिनमें दो ने कोर्ट में सरेंडर किया, लेकिन अन्य की गिरफ्तारी नहीं हुई है. महिला का कहना है कि फरार अभियुक्तों के द्वारा केस उठाने की उन्हें धमकी दी जा रही है.