गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 22 मार्च को जनता कर्फ्यू लगाने की अपील के बाद अब रेलवे ने एक फरमान जारी किया है. बिहार के गया-पटना, गया-आसनसोल, गया-पंडित दीनदयाल उपाध्याय, गया-किऊल सहित अन्य जगहों पर चलनेवाली पैसेंजर ट्रेनें 21 मार्च 12 बजे रात से लेकर 22 मार्च 10 बजे रात तक नहीं चलेंगी. जन संपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) राजेश कुमार ने बताया कि 22 मार्च को जनता कर्फ्यू लगने के बाद रेलखंडों पर चलनेवाली ट्रेनों पर भी असर रहेगा. उन्होंने बताया कि गया से गुजरनेवाली सभी पैसेंजर ट्रेनों को 22 घंटे के लिए रद्द कर दिया गया है.
जनता कर्फ्यू के कारण लगभग पांच लाख रेलयात्री सफर नहीं कर पायेंगे. इस कारण रेलयात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. उन्होंने बताया कि एक्सप्रेस व राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनों का परिचालन नहीं रोका गया है. सिर्फ पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन रोका गया है. कोरोना के कहर के कारण यात्री होंगे परेशान कोरोना वायरस के खतरे और यात्रियों की कम संख्या को देखते हुए 22 घंटे के अंदर चलनेवाली कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है. गया से रद्द होने वाली ट्रेनों की कुल संख्या 40 हो गयी है. कोरोना वायरस के खतरे की वजह से घर से कम निकल रहे हैं. इस वजह से ट्रेनों में यात्रियों की संख्या कम हो गयी. इसी देखते हुए रेलवे के विभिन्न जोनों ने ट्रेनें रद्द करने का कदम उठाया है.
टिकट बुक करानेवाले यात्रियों से अपील
कोरोना के प्रकोप को रोकने के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं. सड़कों से लेकर प्लेटफॉर्मों तक कम से कम लोग घरों से बाहर न निकले. इसके लिए सरकार विभिन्न कदम उठा रही है. स्कूल, कॉलेज, स्मारकों और इमारतों समेत भीड़-भाड़ वाली सभी जगहों में जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. इसी कड़ी में ट्रेनें भी कैंसिल की जा रही हैं. गया रेलवे स्टेशन से गुजरनेवाली लोकल ट्रेन में भी यात्रियों की संख्या में पहले की तुलना में काफी कमी देखी गयी है. गया से लगभग 40 ट्रेनें रद्द कर दी गयी हैं. बाहर जानेवाले रेलयात्रि यों से अपील है कि इंटरनेट से टिकट नहीं खरीदे, क्योंकि अधिकतर ट्रेनें रद्द कर दी गयी हैं, जिससे कोई भी व्यक्ति यात्रा नहीं कर पायेगा.