मुजफ्फरपुर. देश में पिछले कुछ दिनों में स्वाइन फ्लू के केस कई राज्यों में तेजी से बढ़ रहें हैं. स्वाइन फ्लू के मरीज कई राज्यों में मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट रहने को कहा है. बिहार के सभी सिविल सर्जन को ये निर्देश दिया गया है कि स्वाइन फ्लू के लक्षण अगर किसी मरीज में दिखे, तो उसकी सैंपलिंग कराएं. डॉक्टरों के अनुसार, एच1एन1 फ्लू जिसे आमतौर पर स्वाइन फ्लू के रूप में जाना जाता है, मुख्य रूप से फ्लू (इन्फ्लूएंजा) वायरस के एच1एन1 स्ट्रेन के कारण होता है. एच1एन1 एक प्रकार का इन्फ्लूएंजा ए वायरस है और एच1एन1 कई फ्लू वायरस स्ट्रेन में से एक है, जो मौसमी फ्लू का कारण बन सकता है. एच1एन1 फ्लू के लक्षण मौसमी फ्लू के समान ही होते हैं.
वायरस के संपर्क में आने के एक से तीन दिन बाद दिखेंगे लक्षण
विशेषज्ञों का कहना है की वायरस के संक्रमण का प्रभाव तुरंत नहीं दिखता है. वायरस के संपर्क में आने के लगभग एक से तीन दिन बाद फ्लू के लक्षण विकसित होना शुरू करते हैं. वरीय फिजिशियन डॉ सीके दास ने कहा कि सदर अस्पताल के ओपीडी में जो मरीज आ रहे हैं, उन मरीजों में भी स्वाइन फ्लू के लक्षण को देखा जा रहा है. लेकिन अभी तक ऐसे मरीज नहीं आये हैं, जिनमें स्वाइन फ्लू के संक्रमण की पुष्टि हो.
स्वाइन फ्लू के लक्षण
विशेषज्ञों की मानें तो स्वाइन फ्लू के कुछ लक्षण निम्नलिखित हैं
कभी-कभी बुखार आना
ठंड लगना
खांसी होना
गला खराब होना
बहती या भरी हुई नाक
आंखों में पानी आना और लाल रहना
शरीर में दर्द रहना
सिर दर्द रहना
थकान महसूस होना
दस्त की समस्या
मतली और उल्टी आना
अगर आपको भी इनमें से कुछ या कई लक्षण एक साथ नजर आते हैं तो सावधान रहें और स्वाइन फ्लू का टेस्ट कराएं.
वयस्कों में दिखेंगे ये लक्षण
सांस लेने में कठिनाई या सांस की तकलीफ होना
छाती में दर्द महसूस होना
लगातार चक्कर आना
बहुत अधिक कमजोरी या मांसपेशियों में दर्द होना
तबियत तेजी से खराब होना