गोपालगंज : शराब पीने से हुई रामाकांत की मौत के मामले में स्वास्थ्य विभाग ने वजाप्ता मेडिकल बोर्ड का गठन कर पोस्टमार्टम कराया. मेडिकल बोर्ड में डॉ संजय कुमार सिंह और डॉ विजय की टीम ने पोस्टमार्टम किया. देर रात तक सिविल सर्जन डॉ मधेश्वर प्रसाद शर्मा सदर अस्पताल में डॉक्टरों की टीम के साथ कैंप करते रहे.
हालांकि अनुमंडल पदाधिकारी मृत्युंजय कुमार, एसडीपीओ मनोज कुमार भी देर रात तक सदर अस्पताल में और मरीजों के आने की संभावना को देखते हुए जमे रहे. खजुरबानी शराब कांड में भी इसी तरह रात में एक एक कर मरीजों की संख्या बढ़ने लगी थी. इस बार प्रशासन काफी चौकस दिखा.
फॉरेंसिक लैब भेजा गया मृतक का विसरा
पोस्टमार्टम के दौरान मृतक के शव के अलग अलग पार्ट को फॉरेंसिक जांच के लिए लैब में भेजने के लिए रिजर्व रखा गया. विसरा जांच के लिए पटना भेजा जाना है. सिविल सर्जन डॉ मधेश्वर प्रसाद शर्मा की माने तो स्वास्थ्य विभाग की तरफ से पल-पल की स्थिति पर नजर रखा जा रहा. डॉक्टर से लेकर स्वास्थ्य कर्मी तक अलर्ट रहे.
होमियोपैथ की दवा से बनायी थी शराब!
चौकीदार झगरू चौधरी और उसके बेटे ने पुलिस को बताया है कि होम्योपैथ की दवा से शराब बनायी गयी थी. दवा को पानी में डाल कर पिलाया गया था. चौकीदार के बयान के बाद जिलेभर के होम्योपैथ की दुकानों पर पुलिस ने ताबड़तोड़ छापेमारी की है. पुलिस अब तक यह नहीं समझ पा रही है कि कौन सी होम्योपैथ की दवा से शराब बना रहे हैं. खजुरबानी में भी 21 लोगों के मौत के बाद होम्योपैथ की दवा की बोतल बरामद की थी.
उच्चस्तरीय इस मामले में जांच हुई. जांच के बाद भी पुलिस के हाथ ठोस सुराग नहीं मिल पाया.