चौसा : नृत्य,संगीत व वाद्य कला से वंचित मनुष्य का जीवन पशु के समान हो जाता है. हंसी में वह शक्ति है, जिससे पर्वत श्रृंखला भी झुक जाती है. स्वस्थ रहने के लिए हंसना जरूरी है जिससे जीवन में कोई संकट नहीं आता. अपने बड़े बुजुर्गों की सेवा ही विश्वकर्मा भगवान की सच्ची पूजा है क्योंकि आज इस भौतिक युग में बुजुर्ग हासिये पर पंहुचते जा रहे हैं.
आज के परिवेश में बेटी, गंगा, गौ व गौरैया की रक्षा करना ही हमारी संस्कृति बचायी जा सकती है. सांस्कृतिक कार्यक्रमों से समाज में भाईचारा व समरसता कायम रहता है. उक्त बातें आटो चालक विश्वकर्मा पूजा समिति के द्वारा चौसा रेलवे स्टेशन पर विश्वकर्मा पूजा के उपलक्ष्य में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में रविवार की शाम देवी जागरण में मुख्य अतिथि सह उद्घाटन कर्ता के रूप में उपस्थित पूर्व मुखिया बृजबिहारी सिंह ने लोगों को संबोधित करते हुए कही.
प्रेमचंद शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित उक्त सांस्कृतिक कार्यक्रम का उद्घाटन पूर्व मुखिया बृजबिहारी सिंह से फीता काटकर किया गया.आटो चालक संघ के सदस्यों के द्वारा मुख्य अतिथियों व सभी कलाकारों को फूलमाला व पगड़ी बांधकर सम्मानित किया गया. इसके बाद विनय दुलरुआ, पवन कैमूरी, सोनू, शशिकला आदि भोजपुरी लोक गीत कलाकारों के द्वारा प्रस्तुत किये गये देवी गीत,भक्ति गीत, देशभक्ति गीतों से ऐसा समां बांधा की रातभर
श्रोता संगीत व गीत के सागर में डुबकी लगाते रहे. क्षेत्र के प्रसिद्ध उद्घोषक नवीन कुमार राय के द्वारा रुक रुक कर प्रस्तुत किये जा रहे हास्य चुट कूले व शेरों शायरी से लोग लोटपोट हो गये. इस दौरान पैक्स अध्यक्ष मनोज सिंह कुशवाहा, बबन मालाकार, मिंटू चौधरी, शैलेश कुमार, गोविन्द प्रसाद आदि सैकड़ों लोगों ने रात भर गीत संगीत का आनंद उठाया.
चौसा रेलवे स्टेशन आटो चालक संघ के द्वारा किया गया सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन
आधा दर्जन से ऊपर लोकगीत गायकों ने बांधा संगीत का समां