गोपालगंज : गंडक नदी पर स्थित डुमरिया पुल से सफर करने से जहां लोग भयभीत हो जाते थे उसी सेतु पर अब फर्राटेदार सफर होगा. गड्ढो के कारण न जाम लगेगा और न टूटी रेलिंग को देख कर भय सतायेगा. इसके लिए अभी थोड़ा-सा और इंतजार करना होगा. एनएचएआइ ने पुल के जीर्णोद्धार का कार्य […]
गोपालगंज : गंडक नदी पर स्थित डुमरिया पुल से सफर करने से जहां लोग भयभीत हो जाते थे उसी सेतु पर अब फर्राटेदार सफर होगा. गड्ढो के कारण न जाम लगेगा और न टूटी रेलिंग को देख कर भय सतायेगा. इसके लिए अभी थोड़ा-सा और इंतजार करना होगा. एनएचएआइ ने पुल के जीर्णोद्धार का कार्य शुरू कर दिया है. मंगलवार को पीच उखाड़ने के साथ काम की शुरुआत की गयी. इस बार पीच को उखाड़ कर जहां नयी रबर की पीचिंग की जायेगी,
वहीं रेलिंग भी नये तरीके से बनेेगी. विभाग ने इसके लिए छह माह का समय निर्धारित किया है. विगत तीन वर्षों से डुमरिया सेतु जर्जर हो गया था. अधिकतर रेलिंग जहां टूट चुकी है, वहीं पुल का फर्श गड्ढों में तब्दील है. नतीजतन प्रतिदिन जहां जाम लगता था, वहीं लोग सफर को लेकर भयभीत रहते थे. पुल की स्थिति को प्रभात खबर ने मंंगलवार के अंक में ‘तो क्या बंद हो जायेगा इस्ट वेस्ट कॉरीडोर’ शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी, जिसके तत्काल बाद विभाग ने काम शुरू करा दिया.
विधायक ने की थी पहल
बैकुंठपुर के भाजपा विधायक मिथिलेश तिवारी ने विगत छह माह से पुल के जीर्णोद्धार को लेेकर अथक प्रयास किया था. इसके लिए वे न सिर्फ केंद्रीय मंत्री नीतिन गडकरी से मिल चुके थे, बल्कि कई बार एनएचएआइ और पथ निर्माण विभाग को भी लिख चुके थे. आखिरकार मंगलवार को विभाग ने काम शुरू करा दिया.
छह माह में काम होगा पूरा
सेतु के जीर्णोद्धार कार्य शुरू करा दिया गया है. छह माह का लक्ष्य है, लेकिन प्रयास है कि गन्ने का सीजन शुरू होने के पूर्व ही काम पूरा करा लिया जाये. इस बार हो रहा काम एक दशक तक कामयाब रहेगा.
भगवान राम, कार्यपालक अभियंता, एनएच डिवीजन
1.06 करोड़ आयेंगे खर्च
जीर्णोद्धार के काम में लगी जेसीबी.
होनेवाला काम
पुराने पीच को पूरी तरह उखाड़ दिया जायेगा
40 मिमी स्टोन पीचिंग की जायेगी
फिर 25 एमएम रबर पीचिंग होगी
रेलिंग को नये ढंग से पीसीसी माध्यम से बनाया जायेगा
कार्यकारी एजेंसी-सीके इंफ्रास्ट्रक्चर