गोपालगंज : मौसम ने एक बार फिर करवट लिया है. एक सप्ताह तक वसंत का एहसास करने के बाद मौसम का बदला मिजाज फिर से पारा को 2.1 डिग्री बढ़ा दिया है.बूंदाबूदी रविवार की आधी रात से ही शुरू हो गयी, जो सोमवार की शाम तक रुक रुक कर होती रही.
बादलों और सूरज के बीच पूरे दिन लुकाछिपी का खेल चलता रहा. कभी धूप तो कभी छाव के बीच बूंदा बांदी से शहर की सड़कों पर फिसलन बढ़ गयी. जहां तहां पसरा कुड़ा सड़क को नरक में बना दिया. बूंदा बूदी के बीच सुबह छात्रों को स्कूल जाने में कठिनाइ का सामना करना पड़ा. सबसे अधिक कष्ठ सब्जी मंडी में पहुंचने वाले लोगों को झेलाना पड़ा. यहां से सब्जी लेने से पहले कचरा को पार करना काफी मुश्किल भरा था.
सतह पर हवा के पुरवा रुख और पश्चिमी विक्षोभ के चलते दोनों ओर से पहुंची नमी ने हल्के बादल दिखाएं हैं. अगर हवा का पुरवा रूख ऐसे ही बना रहा और नमी के आने का क्रम जारी रहा तो संभव है कि एक दो दिन में यहां का मौसम भी थोड़ा बदलाव ले ले, हवा में और तरावट घुले. बादलों का झोंका आता जाता रहा. 24 घंटे के तापमान में चढ़ाव की राह पकड़ी. अधिकतम तापमान 2.1 डिग्री बढ़ कर 24.0 से 26.1 तथा न्यूनतम तापमान तीन डिग्री बढ़ कर 12 से 15 डिग्री सेल्सिय हो गया. असर यह हुआ कि आर्द्रता का स्तर कम हुआ. अधिकतम आर्द्रता का स्तर 95 से 86 व न्यूनतम स्तर 63 से 59 फीसदी पर पहुंच गया.
खराब रहेगा मौसम
मौसम वैज्ञानी एसएन पांडेय की माने, तो फरवरी के तीसरे हफ्ते तक मौसम का मिजाज बिगाड़ा ही रहेगा. नौ फरवरी को पहाड़ों और मैदानी इलाकों में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के नाते मौसम का मिजाज बिगड़ेगा. 12 से 14 फरवरी के बीच पहाड़ों पर बारिश और मैदानी इलाकों में बारिश होगी. यूएस नेशनल सेंटर फाॅर इनवायरमेंटल प्रेडिक्शन सेंटर के अनुसार 12 को हिमालय के तराई इलाके में भी बारिश संभव है.
शहर की पुलिस ‘नींद’ में, खुद रहें अलर्ट
शहर की पुलिस ‘नींद’ में, खुद रहें अलर्ट
शहर की पुलिस ‘नींद’ में, खुद रहें अलर्ट