गोपालगंज : मेला-दर-मेला कृषि विभाग कर रहा है, लेकिन यंत्र खरीदारी के लिए कृषि विभाग को किसान ढूंढ़ने से भी नहीं मिल रहे हैं. ऐसे में कृषि यांत्रिकीकरण का लक्ष्य जिले में दम तोड़ रहा है. वित्तीय वर्ष 2015-16 के अंतर्गत रबी मौसम में कृषि यंत्र की खरीदारी पर कृषि विभाग को 4.81 करोडु का […]
गोपालगंज : मेला-दर-मेला कृषि विभाग कर रहा है, लेकिन यंत्र खरीदारी के लिए कृषि विभाग को किसान ढूंढ़ने से भी नहीं मिल रहे हैं. ऐसे में कृषि यांत्रिकीकरण का लक्ष्य जिले में दम तोड़ रहा है. वित्तीय वर्ष 2015-16 के अंतर्गत रबी मौसम में कृषि यंत्र की खरीदारी पर कृषि विभाग को 4.81 करोडु का अनुदान देना है.
इसके लिए विभाग ने किसानों से आवेदन आमंत्रित किया. पहले मेले में वीरानी छायी रही और बिक्री नाममात्र की रही. विभाग ने दूसरे मेले में 65 सौ किसानों को यंत्र खरीदारी के लिए परमिट देते हुए अधिकतम प्रयास किया, लेकिन सफलता दो मेलाें को मिला कर महज 70 लाख अनुदान देने की रही. वह भी अब तक किसानों के खाते में अनुदान नहीं पहुंचा है. लक्ष्य पाने के लिए बेचैन विभाग एक बार फिर 6-7 जनवरी को जिला कृषि कार्यालय परिसर में कृषि यांत्रिकीकरण सह उपादान मेले का आयोजन कर रहा है.
दूसरे मेले के लिए दिये गये परमिट के 44 सौ किसानों ने अभी तक खरीदारी नहीं की है. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या मार्च तक 4.81 करोड़ अनुदान देने का लक्ष्य विभाग पूरा कर पायेगा या राशि लौट जायेगी.
आखिर क्यों नहीं पहुंची खाते में राशि : नियमानुसार यंत्र की खरीदारी के 72 घंटे के अंदर अनुदान की राशि किसानों के खाते में भेज देनी है. लेकिन, दो मेलाें में हुई बिक्री की अनुदान की राशि अब तक किसानों के खाते में नहीं पहुंचना कृषि विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करता है.
अनुदान व अब तक बिक्री
अनुदान का लक्ष्य – 4.81 करोड़
अब तक किसानों को देय परमिट- 65 सौ
खरीदारों की संख्या – 21 सौ
कुल देय अनुदान- 70 लाख
मेला का आयोजन – दो
क्या कहता है कृषि विभाग
किसानों को परमिट दिया गया है. इसके अलावा भी आवेदन आये हैं. बिक्री का लक्ष्य हर हाल में पूरा कर लिया जायेगा. विगत मेले में जिन किसानों ने खरीदारी की है उनकी सूची बना कर अनुदान की राशि खाते मे भेजी जा रही है.
डॉ वेद नारायण सिंह, डीएओ