गोपालगंज : नये साल की अगवानी में गीत-संगीत की महफिल में खूब आनंद उठाएं, लेकिन मौज-मस्ती में डूबे नहीं. खास कर थावे स्थित जंगल पिकनिक स्पॉट, होटलों, क्लबों में जानेवाले. आप पर मजिस्ट्रेटों की नजर है. गीत-संगीत और मस्ती में यदि आप थोड़ा-सा भी बहके, तो यह आपकी शान के लिए भारी पड़ जायेगा. इसमें […]
गोपालगंज : नये साल की अगवानी में गीत-संगीत की महफिल में खूब आनंद उठाएं, लेकिन मौज-मस्ती में डूबे नहीं. खास कर थावे स्थित जंगल पिकनिक स्पॉट, होटलों, क्लबों में जानेवाले. आप पर मजिस्ट्रेटों की नजर है. गीत-संगीत और मस्ती में यदि आप थोड़ा-सा भी बहके, तो यह आपकी शान के लिए भारी पड़ जायेगा.
इसमें न सिर्फ एफआइआर बल्कि हवालात तक का सफर करना पड़ा सकता है. ऐसे में नये साल की अगवानी में नगर-देहात के विभिन्न होटलों-क्लबों में होनेवाले गीत-संगीत व अन्य रंगारंग कार्यक्रमों में यदि आप शिरकत कर रहे हैं, तो इस बात का ध्यान रखें. अश्लील गीत पर लगी है पाबंदी. अश्लील नृत्य व गाने पर पाबंदी पहले ही लगा दी गयी है. कार्यक्रम समय से शुरू व निर्धारित अवधि के भीतर ही खत्म कराने के लिए मजिस्ट्रेट तैनात रहेंगे.
मर्यादा का रखें ख्याल : गीत-संगीत के साथ नये साल का उत्साह मनाएं. नयी उम्मीदें और आकांक्षाओं के साथ नये वर्ष 2016 की आगवानी करें. किसी भी तरह की हुड़दंग न करें.
हेमंत नाथ देव, प्रभारी डीएम
भाईचारे की पेश करें मिसाल: गीत-संगीत से वर्ष 2015 को अलविदा कहते हुए नये वर्ष 2016 का खैरमकदम करें. नये साल में आपसी भाईचारा रखने का संकल्प लेने के साथ ही इसकी मिसाल पेश करने के लिए सभी को साथ आना होगा. गीत-संगीत में अश्लीलता से बचना होगा. तरक्की के नये आयाम हासिल के लिए सबको साथ लेकर चलना होगा.
मनोज कुमार, एसडीपीओ