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पहले कनेक्शन, अब बिल से परेशानी

पहले कनेक्शन, अब बिल से परेशानी विद्युत कनेक्शन मिला तो बिल छुड़ा रहा पसीनाजिले में हैं 1.75 लाख हैं उपभोक्तामनमानी : 32 हजार से अधिक उपभोक्ताओं को नहीं मिला बिल कभी विद्युत कनेक्शन के लिए लोग भाग-दौड़ लगाते थे. बिजली की सुधरती व्यवस्था के बीच कनेक्शन तो मिल गया, लेकिन उपभोक्ताओं की परेशानी बरकरार है. […]

पहले कनेक्शन, अब बिल से परेशानी विद्युत कनेक्शन मिला तो बिल छुड़ा रहा पसीनाजिले में हैं 1.75 लाख हैं उपभोक्तामनमानी : 32 हजार से अधिक उपभोक्ताओं को नहीं मिला बिल कभी विद्युत कनेक्शन के लिए लोग भाग-दौड़ लगाते थे. बिजली की सुधरती व्यवस्था के बीच कनेक्शन तो मिल गया, लेकिन उपभोक्ताओं की परेशानी बरकरार है. कनेक्शन के लिए परेशान उपभोक्ता अब बिल से परेशान हैं. कहीं बिल लेने के लिए दौड़ लगा रहे हैं, तो किसी को भारी-भरकम बिल पसीना छुड़ा रहा है. सवाल यह है कि इन परेशानियों से उपभोक्ताओं को मुक्ति कब मिलेगी ?फोटो- कार्टून बिहारशरीफ पेज तीन या बेगूसराय पेज तीन पर से लेंसंवाददाता, गोपालगंज विद्युत कंपनी और सरकार की सक्रियता से कनेक्शन लेनेवाले उपभोक्ताओं की संख्या में इजाफा हुआ है. साथ ही, गांवों में बिजली उपलब्धता के घंटे भी बढ़े हैं. बिजली के क्षेत्र में चल रहे विकास के दौर में भी जिलावासियों की परेशानी कम होती नहीं दिख रही है. एक साल पूर्व तक उपभोक्ता कनेक्शन लेने के लिए परेशान थे. जब उन्हें कनेक्शन मिला, तो अब वे बिल को लेकर विभाग का दौड़ लगा रहे हैं. विद्युत विभाग ने किसी को भारी-भरकम बिल थमा दिया है, तो कहीं बिल ही नहीं भेजा जा रहा है. भारी-भरकम बिल वाले प्रपत्र देख कर माथा पीट रहे हैं, वहीं बिल न आने से उपभोक्ता परेशान हैं कि आखिर एक बार बिल की मोटी रकम वे कैसे जमा करेंगे. जिले में उपभोक्ताओं की संख्या 1.75 लाख है, जिनमें 32 हजार से अधिक उपभोक्ता वैसे हैं जिनके यहां अब तक बिल आया ही नहीं है. दो हजार से अधिक उपभोक्ता वैसे भी हैं जो भारी-भरकम बिल लेकर विद्युत कार्यालय की खाक छान रहे हैं. विभाग ने एक माह का बिल 50 हजार से लेकर डेढ़ लाख रुपये तक भेज दिया है. बीपीएल कनेक्शनधारी सर्वाधिक परेशानसबसे ज्यादा परेशानी बीपीएल कनेक्शनधारियों को है. एक साल पूर्व कई बीपीएल धारियों को विभाग ने कनेक्शन तो दे दिया, बिजली भी जलने लगी, लेकिन अब तक बिल प्रपत्र आया ही नहीं है. अब सवाल उठता है कि एक बार बिल की मोटी रकम ये गरीब कहां से जमा करेंगे केस स्टडी एक: बंजारी चैक के सेवानिवृत्त शिक्षक हरिहर प्रसाद का बिल अक्तूबर में 80 हजार रुपये से अधिक का आया. उन्हाेंने विभाग में सुधार के लिए आवेदन दिया. जेइ ने जांच भी की. जांच के बाद महज तीन माह का बिल विभाग ने 67 हजार रुपये भेजा है. इनका पूरा परिवार इस भारी-भरकम बिल को देख कर परेशान है. केस स्टडी दो: बरौली प्रखंड के रविंद्र ठाकुर को कनेक्शन लिए 15 माह हो गये. अब तक उनके यहां बिल प्रपत्र आया ही नहीं है. मोटी रकम जमा करने के डर से यह उपभोक्ता रोज विद्युत कार्यालय का खाक छान रहा है, फिर भी इसकी स्थिति में सुधार नहीं है. केस स्टडी तीन: बरौली प्रखंड के भड़कुइयां गांव के अरुण तिवारी को कनेक्शन लिए लगभग तीन वर्ष हो गये हैं, लेकिन आज तक उनके पास भी विद्युत विभाग द्वारा किसी तरह की बिलिंग नहीं की गयी है. वे भी विभाग कार्यालय का खाक छानते फिर रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रहा है.केस स्टडी चार: बरौली थाना चैक के दुकानदार लालबाबू साह के यहां विभाग ने महज आठ माह का बिल 30 हजार रुपये भेजा है. सुधार के लिए आवेदन दिया. इस पर विभाग ने सुधार करने का आश्वासन भी दिया. बावजूद कोई सुधार नहीं हुआ है और इनका कनेक्शन भी विभाग द्वारा काट दिया गया है. बिजली व्यवस्था एवं उपभोक्ता एक नजर में कुल उपभोक्ता – 1.75 लाखएक वर्ष में उपभोक्ताओं की संख्या में वृद्धि- 35 हजारबिल प्राप्त नहीं करने वाले उपभोक्ताओं की संख्या – 32 हजारबिल में गड़बड़ी वाले उपभोक्ताओं की संख्या – 5500प्रति माह बिल में आ रही गड़बड़ी- 1500क्या कहता है विभाग नये कनेक्शनधारियों का बिल प्रपत्र मार्च के पहले आ जायेगा. वैसे उपभोक्ता जिनके बिल में गड़बड़ी है, उनके लिए प्रति माह एक से पांच तारीख तक शिविर लगा कर आवेदन लिया जाता है और जांचोपरांत उनका निष्पादन भी किया जाता है. यदि किसी उपभोक्ता का लंबे समय से बिल नहीं आ रहा है अथवा बिल में गड़बड़ी है, तो जिला विद्युत कार्यालय में भी वे अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं. उसमें निश्चित सुधार होगा.कुमार गौरव, कार्यपालक अभियंता, विद्युत विभाग

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